इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद शिलांग पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी है। इस बीच राजा रघुवंशी के परिवारजन दिवंगत आत्मा की शांति और मोक्ष की कामना लेकर धार्मिक नगरी उज्जैन पहुंचे, जहां उन्होंने सिद्धवट तीर्थ पर नारायण बलि अनुष्ठान, पिंडदान और तर्पण क्रियाएं संपन्न कीं।

पूजन के साथ की गई मोक्ष की कामना
श्री क्षेत्र पंडा समिति के अध्यक्ष पंडित राजेश त्रिवेदी ‘आम वाला पंडा’ के अनुसार, राजा के भाई विपिन रघुवंशी व भतीजे विधान ने सिद्धवट पहुंचकर दस दिनों का पारंपरिक कर्मकांड विधिवत रूप से पूर्ण किया। उन्होंने बताया कि यह धार्मिक अनुष्ठान राजा की आत्मा को शांति और मोक्ष दिलाने के उद्देश्य से किया गया है। पूजन के बाद परिजनों ने मां शिप्रा में पिंड प्रवाहित कर दान-पुण्य भी किया।

सोनम का भाई गोविंद भी पहुंचा पूजन में
मामले में मुख्य आरोपी सोनम पर चार अन्य लोगों के साथ मिलकर राजा की हत्या का आरोप है। हालांकि पुलिस ने पूरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझा दी है, लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाली बात यह रही कि सोनम का भाई गोविंद भी पूजन के दौरान रघुवंशी परिवार के साथ मौजूद रहा। उसने भी राजा की आत्मा की शांति के लिए तर्पण किया और पूरे समय परिवार के साथ नजर आया।

सोनम को होनी चाहिए फांसी: भाई गोविंद
सिद्धवट पर पूजन के बाद मीडिया से बातचीत में गोविंद ने कहा कि सोनम ने पूरे परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है। वह शुरू से ही जिद्दी स्वभाव की थी। गोविंद ने कहा कि यदि उसे राजा और सोनम के रिश्ते की जानकारी पहले होती तो वह कोई हल निकाल लेता — या तो दोनों को भगा देता या शादी करवा देता। उसका कहना है कि परिवार की ओर से कभी सोनम पर शादी का दबाव नहीं था। जो कुछ हुआ, वह क्षमा योग्य नहीं है। यदि सोनम दोषी है तो उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे प्रारंभ से ही राजा के परिवार के साथ थे और अब भी उसी साथ में खड़े हैं।