जल गंगा संर्वधन अभियान के तहत इन दिनों उज्जैन जिले के समस्त प्राचीन कुएं, बावड़ी और अन्य जल स्त्रोतों में जल के पुनर्चक्रण और संरक्षण के लिए साफ-सफाई तथा गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने भी विकास खंड घटिृया के ग्राम कालियादेह महल के समीप स्थित 52 कुंड में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ श्रमदान किया। सफाई के दौरान कलेक्टर घाटों पर जमा मलबा और काई हटाने के साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा विसर्जित की गई सामग्री को भी निकालते नजर आए।

इस दौरान कलेक्टर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुसार, जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पूरे जिले में नदी और तालाब के किनारे, घाट, कुएं, बावड़ी और अन्य जल स्त्रोतों की साफ-सफाई की जा रही है।

इसी के तहत यह श्रमदान भी किया गया था। उन्होंने कहा कि कालियादेह महल पंचक्रोशी यात्रा का भी प्रमुख पड़ाव स्थल है। काफी संख्या में यहां लोग विश्राम करते हैं और स्नान करते हैं। सभी अधिकारियों के द्वारा 52 कुंड तथा समीप के घाट की सफाई में श्रमदान किया गया। कलेक्टर ने आने वाले दिनों में भी घाट और आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई को बनाए रखने के निर्देश दिए और इस अनुकरणीय पहल के लिए समस्त अधिकारियों की प्रशंसा की।

जनसहभागिता से जल संरक्षण और संवर्धन करना अभियान का उद्देश्य
जल गंगा संवर्धन अभियान की अवधारणा ''जनसहभागिता से जल संरक्षण और संवर्धन’’ पर केन्द्रित है। इस अभियान के अंतर्गत नवीन जल संग्रहण संरचनाओं के साथ साथ पूर्व से मौजूद जल संग्रहण संरचनाओं का जीर्णोद्धार, जल स्त्रोतों और जल वितरण प्रणालियों की साफ सफाई, जल स्त्रोतों के आसपास पौध रोपण के कार्य प्राथमिकता पर किये जा रहे हैं। समाज की सहभागिता के लिए जल संरक्षण जागरुकता के कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही संपूर्ण अभियान को इस तरह से नियोजित किया जा रहा है, जिससे यह अभियान समाज और सरकार की सहभागिता से जल संरक्षण व संवर्धन का जन आंदोलन बन सके।