सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला ट्रेन के एसी कोच की खिड़की का शीशा तोड़ती नजर आ रही है। वीडियो में महिला यह दावा करती दिखती है कि उसका पर्स चोरी हो गया है और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) उसकी शिकायत नहीं सुन रहा। हालांकि, रेलवे ने इस वीडियो को भ्रामक बताते हुए साफ किया है कि इसका इंदौर से कोई संबंध नहीं है और वीडियो में दिखाई दे रही महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है।
वीडियो में महिला को एक प्लास्टिक बोर्ड से खिड़की पर वार करते हुए देखा जा सकता है। वह लगातार यह कहते हुए गुस्से में शीशा तोड़ने की कोशिश करती है – “मेरा पर्स वापस दो, नहीं तो मैं नहीं रुकूंगी।” पास बैठे यात्रियों और रेलवे कर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह शांत नहीं हुई। इस दौरान उसकी गोद में एक छोटी बच्ची भी नजर आती है।
वीडियो वायरल होने के बाद कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने दावा किया कि यह घटना इंदौर रेलवे स्टेशन की है। लेकिन, इंदौर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह वीडियो इंदौर का नहीं है और इस तरह की गलत जानकारी फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उत्तर रेलवे के पीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि जांच में पता चला है कि वीडियो में दिख रही महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और वह फिलहाल इलाजरत है। रेल मंत्रालय ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं।