मुंबई के घाटकोपर इलाके में होर्डिंग गिरने से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को दो और लोगों के शव बरामद किए गए हैं। इसके अलावा, एक फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बुधवार को बताया कि बिलबोर्ड के खंभे की नींव बहुत कमजोर थी। कमजोर नींव के कारण यह ढह गया। बिलबोर्ड की नींव लगभग पांच से छह फीट ही गहरी थी और बिलबोर्ड के 120X120 फीट के आकार के लिए यह गहराई काफी नहीं थी। हादसा होना ही था, उस दिन नहीं तो किसी और दिन लेकिन हादसा होना तो पक्का था। 

अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल को साफ करने में करीब 24 घंटे लगेंगे। वहां मौजूद तीन अन्य अवैध बिलबोर्ड्स को हटाने में करीब सात दिन लगेंगे। इनका आकार 80X80 फीट है। पिछले 48 घंटे से अधिक समय से खोज और बचाव अभियान जारी है। कई दोपहिया वाहन सहित कई गाड़ियां बिलबोर्ड में फंसी हुई हैं।

गौरतलब है कि सोमवार शाम को आई आंधी-बारिश के कारण घाटकोपर के छेदा नगर में एक पेट्रोल पंप पर 120 x 120 फीट का होर्डिंग गिर गया था। बुधवार को कार से दो लोगों के शव बरामद किए हैं, जिसके बाद मृतकों का कुल आंकड़ा 16 हो गया है। वहीं, 75 अन्य घायल हो गए हैं। 

बिलबोर्ड के मालिक पर 23 केस पहले से दर्ज
पुलिस ने मंगलवार को बताया था कि बिलबोर्ड लगाने वाली एजेंसी के मालिक भावेश भिंडे के खिलाफ 23 आपराधिक मामले दर्ज हैं। हाल ही उसे दुष्कर्म के आरोप में भी गिरफ्तार किया गया था। जनवरी में उसे मुलुंड पुलिस स्टेशन में दर्ज दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया गया था लेकिन उसे जमानत मिल गई थी।

पंतनगर पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ धारा 304 (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज है। भिंडे ने 2009 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने दावा किया कि 2017-18 में भारतीय रेलवे के वाणिज्यिक विभाग ने उसे काली सूची में डाल दिया था।

बीएमसी ने कहा- अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ कार्रवाई होगी
मामले में बीएमसी ने मंगलवार को कहा था कि अनुमति के बिना लगाए गए सभी होर्डिंग्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एक अधिकारी ने बताया था कि बीएमसी और जीआरपी के बीच विवाद था। इसलिए पेट्रोल पंप वाले बिलबोर्ड के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। नगर निगम आयुक्त भूषण गगरानी ने मंगलवार को घटनास्थल का दौरा कर कहा कि घाटकोपर में जीआरपी की जमीन पर शेष तीन होर्डिंग्स को हटाने के साथ अभियान शुरू होगा। घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है। हमने सभी नगर निगम अधिकारियों और सहायक आयुक्तों को निर्देश दिया है कि वे अपने संबंधित वार्डों में हमारी अनुमति के बिना लगाए गए होर्डिंग्स को तुरंत हटाएं। अगले कुछ दिनों में यह कार्रवाई पूरी हो जाएगी।