महाराष्ट्र विधान मंडल का शीतकालीन सत्र जारी है। इस बीच, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने 'लाडकी बहिन' योजना को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी विधानसभा में दी है। उन्होंने विधानसभा को बताया कि 'लाडकी बहिन' सहित सभी चल रही योजनाएं जारी रहेंगी। साथ ही लाड़की बहिन योजना के तहत महिलाओं के लिए दिसंबर की सहायता राशि महीने के अंत तक जमा कर दी जाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। फडणवीस ने कहा कि हमने राज्य चुनावों के दौरान लोकसभा अभियान के विपक्ष के नकली आख्यान को नष्ट कर दिया। राज्य में महायुति की जीत ने साफ कर दिया है कि विपक्ष के पास अब करने को कुछ नहीं है।
अमित शाह के बयान को लेकर बवाल
नागपुर में महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र जारी है, लेकिन विपक्षी दलों के नेता पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। डॉ. बीआर आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी के बाद विपक्षी नेताओं का प्रदर्शन और तेज हो गया। उन्होंने अमित शाह के बयान को संविधान निर्माता का अपमान बताया। विपक्ष ने कहा कि संविधान निर्माता का अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा। विपक्षी दल महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के नेता गुरुवार को नीली टोपी और स्टोल पहनकर नागपुर के संविधान चौक से मोर्चा निकाला। विधान परिषद के परिसर में पहुंचने के बाद ही उन्होंने बाबा साहेब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान के नारे भी लगाए।
अमित शाह के बयान को बताया आंबेडकर का अपमान
विपक्ष ने अमित शाह के बयान को आंबेडकर का अपमान बताया। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्रीय मंत्री के बयान पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने अमित शाह के भाषण का एक भाग साझा किया। बता दें कि विपक्षी दलों के सदस्यों ने पिछले तीन दिनों के दौरान किसानों की समस्या, परभाणी हिंसा और बीड जिले में सरपंच की हत्या समेत अन्य मामलों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
कांग्रेस और विपक्षी दलों के नेताओं का प्रदर्शन जारी
विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, कांग्रेस नेता नाना पटोले, नितिन राऊत, विजय वडेट्टीवार, भाई जगताप, शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे, सचिन अहीर, वरुण सरदेसाई, भास्कर जाधव और राकांपा-एसपी विधायक रोहित पवार इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
बीआर आंबेडकर को लेकर अमित शाह की टिप्पणी ने राजनीति में हलचल मचा दी। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल के नेता केंद्रीय मंत्री को घेर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अमित शाह सले इस्तीफे की भी मांग की। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य नेता अमित शाह के बचाव में उतरे हैं। उन्होंने दावा किया कि अमित शाह ने कांग्रेस के आंबेडकर विरोधी रुख को उजागर किया है।