जयंत पाटिल के इस्तीफे की अटकलों के बीच गिरीश महाजन का दावा- ‘पाटिल हमसे लगातार संपर्क में हैं’

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के इस्तीफे की चर्चाओं के बीच सियासी हलचल तेज हो गई है। इस विषय पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता और राज्य मंत्री गिरीश महाजन ने शनिवार को दावा किया कि जयंत पाटिल पार्टी से असंतुष्ट हैं और वह उनके संपर्क में बने हुए हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि पाटिल ने इस्तीफे को लेकर उनसे प्रत्यक्ष बातचीत नहीं की है।

‘सीधे फडणवीस से करेंगे बात’

मीडिया से बातचीत में महाजन ने कहा, “जयंत पाटिल वरिष्ठ नेता हैं। यदि उन्हें कोई बात कहनी होगी तो वह उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सीधे संवाद करेंगे। इस्तीफे को लेकर उन्होंने मुझसे कोई चर्चा नहीं की है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसी अटकलें हैं कि पाटिल ने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ा है, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है।

कई संभावनाओं की चर्चाएं

राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा भी जोरों पर है कि जयंत पाटिल प्रदेश अध्यक्ष पद से हट सकते हैं और उनकी जगह विधान परिषद सदस्य शशिकांत शिंदे को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। हालांकि शनिवार को एनसीपी (शरद पवार गुट) ने इन खबरों को खारिज करते हुए भ्रमपूर्ण बताया और स्पष्ट किया कि मंगलवार को इस मुद्दे पर बैठक बुलाई गई है।

वर्षगांठ समारोह में मिले थे संकेत

10 जून को पार्टी की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर जयंत पाटिल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इशारा किया था कि वह अध्यक्ष पद से हटकर नए नेतृत्व को मौका देना चाहते हैं। कार्यक्रम में खुद शरद पवार भी मौजूद थे।

पारिवारिक व कार्यकर्ता गुटों में तनाव?

गिरीश महाजन ने पाटिल की नाराजगी को पार्टी के आंतरिक टकराव से जोड़ते हुए कहा कि एनसीपी (शरद गुट) में परिवार और पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं के बीच मतभेद उभर रहे हैं। उन्होंने शरद पवार और सुप्रिया सुले का उल्लेख करते हुए कहा कि यह टकराव केवल एनसीपी में नहीं, बल्कि कांग्रेस जैसी अन्य पारिवारिक दलों में भी देखा जा सकता है।

‘परिवार आधारित पार्टियों में वरिष्ठों को नजरअंदाज किया जाता है’

महाजन ने कहा कि देश की कुछ राजनीतिक पार्टियां परिवार केंद्रित हो गई हैं, जिनमें निर्णय प्रक्रिया परिवार के सदस्यों तक सीमित है। इससे पुराने और समर्पित कार्यकर्ता खुद को उपेक्षित महसूस करते हैं और कई बार पार्टी छोड़ने का फैसला करते हैं।

छत्रपति शिवाजी के किलों को यूनेस्को मान्यता पर खुशी

महाजन ने यूनेस्को द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के 12 ऐतिहासिक किलों को विश्व धरोहर घोषित किए जाने पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि उनके पर्यटन मंत्री रहते इन किलों की सूची केंद्र को भेजी गई थी और अब इन धरोहरों को संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन के लिहाज से भी विकसित किया जा सकेगा।

भ्रष्टाचार के मामलों पर सरकार की सख्ती

राकांपा विधायक रोहित पवार के खिलाफ ईडी जांच को लेकर पूछे गए सवाल पर महाजन ने कहा कि जो भी व्यक्ति भ्रष्टाचार में लिप्त है, उसे उसके परिणाम भुगतने होंगे। यदि रोहित पवार को लगता है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया, तो उन्हें जांच से डरने की आवश्यकता नहीं है।

वायरल वीडियो पर टालते नजर आए महाजन

शिवसेना विधायक संजय शिरसाट के वायरल वीडियो में दिख रहे बैग को लेकर जब सवाल पूछा गया कि उसमें क्या था, तो महाजन ने सीधा उत्तर देने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि अब जब वीडियो सामने आ चुका है, तो सवाल यह है कि इसके पीछे कौन था और इसका उद्देश्य क्या था।

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