उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, एसटी कामगार के कई नेता शिंदे गुट में शामिल

विधानसभा चुनाव में उद्धव बाला साहेब ठाकरे की पार्टी शिव सेना को बड़ा झटका लगा है. उद्धव ठाकरे की पार्टी अपना प्रभाव नहीं जमा पाई. उनकी पार्टी के केवल 20 विधायक चुने गए. वहीं एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के 57 विधायक चुने गए. इस सदमे से अभी तक उद्धव ठाकरे की पार्टी उबर नहीं पाई है. वहीं अब नासिक से उद्धव ठाकरे के लिए एक चौंकाने वाली खबर आई है. एसटी कामगार सेना के सैकड़ों पदाधिकारी उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए हैं. पार्टी में नेताओं की यह एंट्री तब हुई है जब स्थानीय निकायों के चुनाव होने की संभावना है.

नासिक को उद्धव ठाकरे की शिवसेना का गढ़ माना जाता था. लोकसभा चुनाव में शिवसेना के उद्धव बाला साहेब ठाकरे के राजाभाऊ वाजे ने जीत हासिल की. उन्होंने शिवसेना के हेमंत गोडसे को हराया था. उसके बाद विधानसभा चुनाव में महायुति ने नासिक जिले में अच्छा प्रदर्शन किया.

स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे की मौजूदगी में हुए शामिल

अब शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे की एसटी कामगार सेना के सैकड़ों पदाधिकारी शिवसेना में शामिल हो गए हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे की मौजूदगी में सैकड़ों एसटी कामगार सेना के कार्यकर्ता और पदाधिकारी शिंदे गुट में शामिल हुए हैं. इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि वे उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के कार्यों से प्रभावित होकर आए हैं.

शिंदे सरकार में ही शुरू हुई थी लाडली बहना योजना

एकनाथ शिंदे ने ढाई साल पहले शिवसेना में बगावत कर दी थी. उन्होंने 40 विधायकों को लेकर बीजेपी के साथ गठबंधन किया. उसके बाद एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने. शिंदे सरकार में ही महायुति ने लाडली बहना योजना की शुरुआत की. इस योजना के कारण महायुति को विधानसभा चुनाव में अच्छी सफलता मिली.

चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद भी कई शिव सेना कार्यकर्ता और पदाधिकारी एकनाथ शिंदे की शिव सेना में शामिल हुए थे. उद्धव ठाकरे की पार्टी के लिए ये लीक अब भी जारी है. अब नासिक में शिवसेना की एसटी कामगार सेना मुश्किल में है.

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