कभी महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टी रही एनसीपी (सपा) अब विपक्ष में है, जबकि हालिया विधानसभा चुनाव में पार्टी के बेहद ही खराब प्रदर्शन के कारण उसे राज्य की छठे नंबर की पार्टी का दर्जा मिल गया है। इस सबके बीच पार्टी ने विधानसभा में अपने कामकाज को मजबूती से करना जारी रखा है। इस कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रह चुके शरद पवार की पार्टी ने रविवार को पार्टी विधायक जितेंद्र आव्हाड को महाराष्ट्र विधानसभा में अपने समूह नेता के रूप में नामित किया।
रोहित पाटिल पार्टी के मुख्य सचेतक नियुक्त
मामले में राज्य एनसीपी (सपा) के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि नवोदित विधायक रोहित पाटिल को पार्टी का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हमने विधायक दल के नेता के रूप में जितेंद्र आव्हाड को नामित किया है, क्योंकि नव-निर्वाचित विधायकों की पार्टी बैठक में एमएलसी मौजूद नहीं थे।
चुनावों में 86 सीटों में से केवल 10 सीटें जीतीं पार्टी
पूर्व मंत्री, जितेंद्र आव्हाड ठाणे जिले के मुंब्रा-कलवा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। बता दें कि शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (सपा) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 86 सीटों में से केवल 10 सीटें जीतीं। वहीं पार्टी की विधायक दल की बैठक में 10 विधायकों में से एक, संदीप क्षीरसागर, पूर्व व्यस्तता के कारण बैठक में शामिल नहीं हुए।
चुनाव बैलेट पेपर पर कराए जाएं- जयंत पाटिल
वहीं हाल ही सपंन्न हुए विधानसभा चुनाव को लेकर जयंत पाटिल ने दावा किया कि मतदान के दिन (20 नवंबर) शाम पांच बजे के बाद वोट प्रतिशत में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिससे संदेह पैदा हुआ है। उन्होंने मांग की कि चुनाव बैलेट पेपर पर कराए जाएं। नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में एनसीपी (सपा) अध्यक्ष शरद पवार और कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं।
राज्य में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला महायुति और महा विकास अघाड़ी गठबंधनों के बीच था। जिसमें महायुति ने बाजी मारते हुए 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है। इसमें भाजपा ने अकेले 132 सीट, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार गुट की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की है। महायुति गठबंधन के तीनों घटक दल भाजपा, शिवसेना और एनसीपी क्रमश: राज्य की शीर्ष तीन पार्टियां हैं।