नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को बड़े पैमाने पर बैंक धोखाधड़ी के आरोपों के तहत रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) और इसके पूर्व प्रमोटर अनिल अंबानी से जुड़े परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया। एजेंसी ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कर ली है। बताया गया है कि यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ED) की उस जांच के बाद हुई, जिसमें बीते 5 अगस्त को अनिल अंबानी से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी। यह घोटाला कई बैंकों से लिए गए ऋण से संबंधित है, जिसकी राशि 17,000 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।
भारतीय स्टेट बैंक को हुआ बड़ा नुकसान
CBI अधिकारियों के अनुसार, दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि इस धोखाधड़ी से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को ही 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ। एजेंसी ने RCom और अनिल अंबानी से जुड़ी कई जगहों पर एक साथ छापेमारी की है।
संसद में उठ चुका है मुद्दा
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने पिछले महीने लोकसभा में जानकारी दी थी कि 13 जून को कई कंपनियों को धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं की सूची में शामिल किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की गाइडलाइन और बैंकों की बोर्ड नीति के अनुसार लिया गया है, जिसके तहत धोखाधड़ी की पहचान और रिपोर्टिंग की प्रक्रिया तय है।