अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन जायद अल नाहयान दो दिवसीय भारत दौरे पर दिल्ली पहुंच गए हैं। क्राउन प्रिंस के रूप में अल नाहयान का यह पहला आधिकारिक भारत दौरा है। नई दिल्ली पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उनकी अगवानी की और उनका औपचारिक स्वागत किया गया।
इस यात्रा के दौरान अल नाहयान के साथ वहां के कई मंत्री और एक व्यापार मंडल भी आया है। इससे पहले, शनिवार को विदेश मंत्रालय (एमईए) ने उनके भारत दौरे के पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी थी। एमईए के मुताबिक, क्राउन प्रिंस नौ सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगे और राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे।
इसके बाद 10 सितंबर को अल नाहयान मुंबई का दौरा करेंगे और एक बिजनेस फोरम में शामिल होंगे। जिसमें दोनों देशों के व्यापारिक नेता भाग लेंगे। मंत्रालय ने बताया कि भारत और अबू धाबी के बीच ऐतिहासिक रूप से करीब और मित्रवत संबंध रहे हैं। हाल के वर्षों में कई क्षेत्रों में भारत और यूएई के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी गहरी हुई है। जिनमें व्यापार, निवेश, राजनीतिक, संपर्क, उर्जा, तकनीक, शिक्षा और संस्कृति शामिल हैं।
एमईए ने कहा, क्राउन प्रिंस का दौरा भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा और नए व उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के अवसर खोलेगा।
पीएम मोदी ने भी किया था अबू धाबी का दौरा
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल फरवरी में अबू धाबी का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने अबू धाबी के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की थी। उन्होंने आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। इस दौरान भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) के लिए एक अंतर-सरकारी ढांचा बनाने पर सहमति जताई थी। उन्होंने अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का भी उद्टान किया था और अहलान मोदी कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया था। तभी उन्होंने क्राउन प्रिंस को भारत का दौरा करने का निमंत्रण भी दिया था।