धनंजय मुंडे की बढ़ी मुश्किलें, सुरेश धस ने लगाए फर्जी बिल के जरिए धन निकासी के आरोप

महाराष्ट्र के बीड में जबरन वसूली के चलते हुई सरपंच संतोष देशमुख की हत्या को लेकर जिले का पारा गरम है। इस मामले में धनंजय मुंडे पर लगातार मंत्री पद से इस्तीफा देने का दबाव है। इस बीच, भाजपा विधायक सुरेश धस ने उन पर 73.36 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाकर उनकी मुश्किलें और अधिक बढ़ा दी है। गुरुवार को सुरेश धस ने कहा कि शिंदे सरकार में बीड जिले के संरक्षक मंत्री थे तब उनकी निगरानी में 73.36 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई और फर्जी बिलों के जरिए धन निकासी की गई।

पवार के निर्देशानुसार लिखित शिकायत करुंगा- सुरेश धस
धस का दावा है कि जिला परिषद और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंताओं द्वारा नियमित अंतराल पर 30 दिसंबर 2021 से 31 मार्च 2022 के बीच फर्जी बिलों के जरिए धनराशि निकाली गई। धस ने बीड में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने जिला योजना और विकास परिषद की बैठक में वर्तमान संरक्षक मंत्री अजित पवार के सामने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि अजित पवार ने मुझसे एक लिखित शिकायत जमा करने के लिए कहा। मैंने उनके निजी सहायक को बुधवार को ही धनराशि निकालने के संबंध में दस्तावेज उपलब्ध करा दिए हैं। अब, मैं पवार के निर्देशानुसार लिखित शिकायत जमा करूंगा।

धस ने दावा किया कि उनके द्वारा फर्जी बिलों का मुद्दा उठाने के बाद बीड में कम से कम 500 लोग कोमा में चले गए हैं। विधायक का आरोप है कि फर्जी बिल के जरिए 73.36 करोड़ रुपये निकाले गए, जबकि 37.70 करोड़ रुपये बिना कोई काम किए निकाले गए।

 सरपंच की हत्या मामले में अजित पवार ने दिखाए सख्त तेवर
वहीं, बृहस्पतिवार को उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रंगदारी के बढ़ते मामले में कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत दी है कि वे जबरन वसूली के मामले से दूर रहें। अजित पवार की यह टिप्पणी मंत्री धनंजय मुंडे को अप्रत्यक्ष चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।

जिला नियोजन समिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे अजित
उपमुख्यमंत्री अजित पवार बीड जिले के संरक्षक मंत्री बनने के बाद पहली बार जिला नियोजन समिति की बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान वे एनसीपी कार्यकर्ताओं से भी मिले। उपमुख्यमंत्री ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि विकास कार्यों में किसी भी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप बर्दास्त नहीं किया जाएगा। अगर, कोई जबरन वसूली में लिप्त पाया जाता है या इस तरह की किसी गतिविधियों शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जिसमें मकोका के तहत कठोर सजा भी शामिल है। 

क्या है मामला
अजित पवार का यह बयान मासाजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के संदर्भ में है जिसमें मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार देशमुख की हत्या एक पवन चक्की कंपनी से जबरन वसूली को लेकर हुई थी। इस मामले में एनसीपी के पूर्व स्थानीय नेता विष्णु चाटे सहित 7 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। चाटे पर पवनचक्की कंपनी से 2 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का आरोप है जिसका संतोष देशमुख ने विरोध किया था।

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