बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हमले के आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम को लेकर सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. पुलिस की पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाली बातें भी कबूल की हैं. सूत्रों का कहना है कि आरोपी ने डंकी रूट से भारत में घुसा था. जांच में ये बात सामने आई है कि बांग्लादेशी आरोपी ने भारत बांग्लादेश की दावकी नदी, जिसे उमंनगोट नदी भी कहा जाता है उसको पार करके भारत में घुसपैठ की थी.
सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद शरीफुल इस्लाम करीब सात महीने पहले दावकी नदी पार कर भारत में घुसा था. वो कुछ हफ्ते पश्चिम बंगाल में रहा. बंगाली निवासी के आधार कार्ड का उपयोग कर सिम कार्ड लिया था. इसके बाद नौकरी की तलाश में मुंबई पहुंचा. शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी द्वारा इस्तेमाल किया गया सिम कार्ड पश्चिम बंगाल निवासी ‘खुक्रमोनी जहांगीर शेख’ के नाम पर है, जिसके आधार कार्ड का भी उपयोग करने का जांच एजेंसियों को संदेह है.
बांग्लादेश में 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की
जांच एजेंसियों को ये भी पता चला है कि पकड़ा गया आरोपी शरीफुल इस्लाम पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में कुछ हफ्तों तक यात्रा भी कर चुका है. सूत्रों के अनुसार, शरीफुल इस्लाम ने पुलिस को बताया कि उसने बांग्लादेश में 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. उसके दो भाई हैं. वो रोजगार की तलाश में भारत आया था. उसने मेघालय में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित दावकी नदी पार कर भारत में प्रवेश करने का दावा किया. भारत में उसने विजय दास के नाम से एक फर्जी पहचान का उपयोग किया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सैफ अली खान की बिल्डिंग सद्गुरु शरण में घुसने से पहले शरीफुल इस्लाम ने एक अन्य बॉलीवुड सुपरस्टार के पास स्थित एक बंगले में घुसने की असफल कोशिश की थी. वहां कुत्तों के भौंकने पर वो भाग गया था. ये ट्रेसपासिंग की घटना 3 से 4 सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है लेकिन फुटेज बहुत क्लियर नहीं हैं. बताया जा रहा है कि ये बंगला सुपरस्टार शाहरुख खान का है.
200 मीटर लंबी नदी पार कर मेघालय में एंट्री ली
पुलिस जांच में ये बात आई है कि बीएसएफ को चकमा देने के लिए आरोपी शरीफुल इस्लाम ने 200 मीटर लंबी नदी को पार कर मेघालय में एंट्री ली. फिर मेघालय से कोलकाता गया. कोलकाता में उसने एक अन्य शख्स के नाम का सिमकार्ड लिया और उसी का आधार कार्ड भी फर्जी तरीके से बनवा लिया.
पहले शरीफुल का बांग्लादेश बंगाल बॉर्डर से आने का प्लान था. मगर, 500 किलोमीटर लंबे इस बॉर्डर से आने मैं खतरा था. इसलिए उसने ये खतरा नहीं उठाया. आरोपी ने बताया है कि वो अपने घर में कमाने वाला इकलौता शख्स है. पिता की मौत के बाद उसकी बूढ़ी मां और भाई-बहन की जिम्मेदारी उसकी है. इसलिए उसने अब तक शादी नहीं की.
अच्छा तैराक और पेशेवर अपराधी है शरीफुल
जांच के अनुसार, आरोपी अच्छा तैराक है. साथ ही पेशेवर अपराधी भी. जिस तरह उसने पाइप लाइन के जरिए 10वीं मंजिल से 11वीं मंजिल तक की चढ़ाई की, उससे इसकी तस्दीक होती है. पुलिस कोलकाता उस व्यक्ति की भी तलाश में है, जिसके सिम कार्ड का उपयोग शरीफुल ने भारत में किया.
कोलकाता से लेकर मुंबई और मुंबई से ठाणे तक शरीफुल अपने कागजात बनवाने के लिए कई एजेंट्स से मिला. इतना ही नहीं भारत में बांग्लादेश के खिलाफ माहौल तनावपूर्ण होने के बाद शरीफुल वापस बांग्लादेश जाना चाहता था. इसके लिए वो पॉसपोर्ट बनवाना चाह रहा था. इस काम के लिए उसे पैसे चाहिए थे. वो बांग्लादेश जाकर दोबारा भारत आना नहीं चाह रहा था. मगर, इसके पहले सैफ अली खान केस में वो पकड़ा गया.