महाराष्ट्र चुनाव में महायुति को बहुमत मिलने के बाद एनसीपी अजित गुट के नेता और मुख्य सचेतक अनिल पाटिल ने महाविकास अघाड़ी को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजों के बाद महाविकास अघाड़ी के खेमे में अशांति है। महाविकास अघाड़ी के पांच से छह विधायक अगले कुछ महीनों में सत्तारूढ़ महायुति में शामिल हो सकते हैं।
एक कार्यक्रम में अनिल पाटिल ने कहा कि कुछ एनसीपी (शरद), कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव) विधायकों के बीच जबरदस्त अशांति है। हमारे साथ अच्छे संबंध रखने वालों ने एमवीए की भारी हार पर चिंता व्यक्त की है। अगर अगले चार महीनों में पांच से छह विधायक महायुति में शामिल हो जाते हैं तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं है। अनिल पाटिल ने अमालनेर विधानसभा सीट से चुनाव जीता है।
राज्य में 2024 के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला दो प्रमुख गठबंधनों के बीच रहा। नतीजों में 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा शिवसेना और एनसीपी (अजित गुट) के गठबंधन महायुति को 235 सीटें मिली हैं। भाजपा को सबसे ज्यादा 132 सीटें मिली हैं। भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना को 57 सीटें मिली हैं। वहीं, अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं। जो बहुमत के आंकड़े 145 से काफी ज्यादा है। दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी को 54 सीटें मिली हैं। इसमें शिवसेना (उद्धव) ने 20 सीटें हासिल कीं। जबकि कांग्रेस ने 16 और एनसीपी (शरद) ने 10 सीटें जीतीं।
शरद पवार ने हार स्वीकार की
इससे पहले एनसीपी शरद गुट के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी की हार स्वीकार की है। कराड में शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब काफी अधिक आश्वस्त हो गए थे, लेकिन महाराष्ट्र के परिणाम के बाद लगता है कि हमें अभी काफी काम करने की जरूरत है। हम कारणों का अध्ययन करेंगे और लोगों के पास जाएंगे। यह लोगों का फैसला है। बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की जीत का कारण हो सकती है।