मुंबई। मुंबई के उपनगर दहिसर में शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व सभासद अभिषेक घोषालकर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमले के बाद हमलावर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि पैसों के विवाद में अभिषेक पर हमला किया गया। अभिषेक शिवसेना के पूर्व विधायक विनोद घोषालकर के पुत्र थे।

क्या है पूरा मामला?

शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व सभासद अभिषेक घोषालकर को गुरुवार को मारिस नामक व्यक्ति ने अपने दहिसर स्थित कार्यालय में आयोजित महिलाओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम में आमंत्रित किया था। कार्यक्रम में देररात तकरीबन साढ़े आठ बजे मारिस ने अभिषेक के साथ फेसबुक लाइव किया और कहा कि वह अभिषेक के साथ सामाजिक कार्य करना चाहता है।

अभिषेक पर दागी गईं गोलियां

फेसबुक लाइव में अभिषेक कहते नजर आ रहे हैं कि हम दोनों के बीच मतभेद की खबरें आती रहती हैं, लेकिन अब हम लोग मिलकर क्षेत्र के गरीब लोगों के लिए काम करेंगे। यह कहकर अभिषेक हंसते हुए खड़े होते हैं और तभी मारिस ने अभिषेक पर गोलियां दाग दीं।

फेसबुक लाइव के दौरान घटना को बड़ी संख्या में लोगों ने देखा। अभिषेक को गोली मारने के बाद कमरे से बाहर आकर मारिस ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इधर, आनन-फानन अभिषेक को गंभीर हालत में नजदीकी करुणा अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।

शिवसेना (यूबीटी) ने क्या कुछ कहा?

बकौल एजेंसी, पार्टी नेता पर गोलीबारी मामले को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने एकनाथ शिंदे सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। शिवसेना (शिंदे), भाजपा और अजित पवार की एनसीपी पूरी तरह से विफल हो गई। अब कोई भी सुरक्षित नहीं दिख रहा...अगर एक जन प्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं है, तो आम लोगों के बारे में क्या कहा जाए? क्या सरकार खुद डर का माहौल बनवा रही है? क्या विपक्षी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है?

शिंदे गुट के नेता पर दागी गई थीं गोलियां

गत सप्ताह सप्ताह शनिवार को मुंबई के निकट उल्हासनगर में थाने के अंदर स्थानीय भाजपा विधायक गणपत गायकवाड ने शिवसेना शिंदे गुट के कल्याण शहर अध्यक्ष महेश गायकवाड पर छह गोलियां दाग दी थीं। वर्तमान में महेश अस्पताल में भर्ती हैं। यह घटना जमीन विवाद में हुई थी।