महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव और उसके परिणामों से पहले एनसीपी (सपा) नेता जितेंद्र आव्हाड ने दावा किया है कि अगर महाराष्ट्र में एमवीए सत्ता में आती है तो जेडी(यू) के नीतीश कुमार और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेंगे।

'भाजपा-RSS ने देश में शांति भंग करने की कोशिश की'
मुंब्रा-कलवा विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक जितेंद्र आव्हाड ने राज्य की वित्तीय अस्थिरता को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधा और भाजपा और आरएसएस पर देश में शांति भंग करने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया है। शनिवार को ठाणे के पास मुंब्रा में एक रैली में उन्होंने दावा किया कि अगर 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद विपक्षी दल महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाती है तो केंद्र में भाजपा के सहयोगी नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू उसका समर्थन करना बंद कर देंगे।

अजित पवार पर शरद गुट के नेता का आरोप
जितेंद्र आव्हाड ने आगे कहा कि एक बार सत्ता में आने के बाद, एमवीए 3,000 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार पुलिस के वेतन जैसे आवश्यक खर्चों को भी पूरा नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने चाचा और पार्टी के संस्थापक शरद पवार को संगठन की गतिविधियों से अलग कर दिया था। उन्होंने अजित पवार पर आरएसएस की विचारधाराओं की ओर भटकने का भी आरोप लगाया। 

महायुति सरकार पर जितेंद्र आव्हाड का आरोप
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार राज्य में सांप्रदायिक हिंसा को रोकने में विफल रही है और इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपी धार्मिक नेता रामगिरी महाराज के साथ मंच साझा करने के लिए सीएम एकनाथ शिंदे की आलोचना की। तीन बार के विधायक आव्हाड का सामना मुंब्रा-कलवा निर्वाचन क्षेत्र में एनसीपी के नजीब मुल्ला से होना है।