जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शहीद हुए नांदेड़ जिले के जवान सचिन वनंजे को 9 मई को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। रविवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार तमलूर गांव पहुंचे और शहीद के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। पवार ने राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
सरकार करेगी हरसंभव सहायता
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जवान सचिन वनंजे के बलिदान को वीरता की मिसाल बताते हुए कहा कि सरकार शहीद परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि घरकुल योजना के तहत परिवार को घर दिया जाएगा और शहीद की पत्नी या भाई को सरकारी नौकरी दी जाएगी। साथ ही, शहीद की बेटी की शिक्षा और भविष्य के लिए भी सरकार हरसंभव मदद करेगी।
पेंशन प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के निर्देश
अजित पवार ने तहसीलदार को शहीद की पेंशन से संबंधित प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहीद सचिन वनंजे को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए भी सरकार आवश्यक कदम उठाएगी। बता दें कि सचिन वनंजे 6 मई को ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे।
सोशल मीडिया पर दी श्रद्धांजलि
उपमुख्यमंत्री पवार ने सोशल मीडिया पर शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सचिन वनंजे का बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, “नांदेड़ जिले के देगलुर तालुका के तमलूर गांव के सपूत सचिन वनंजे ने कश्मीर में कर्तव्य निभाते हुए शहादत दी। मैं उनके साहस और कर्तव्यनिष्ठा को सलाम करता हूं।”
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
6 मई को श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान सेना का वाहन खाई में गिरने से सचिन वनंजे शहीद हो गए थे। उनके पार्थिव शरीर को गुरुवार देर रात देगलूर लाया गया। शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।