हत्या के प्रयास के एक मामले में महाराष्ट्र के भाजपा विधायक नितेश राणे की संभावित गिरफ्तारी की अटकलों के बीच उनके पिता व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे बचाव में आगे आए हैं। नारायण राणे ने मंगलवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर मेरे बेटे को इस केस में झूठे ढंग से फंसा रही है।
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री राणे ने कहा कि यह साजिश सिंधुदुर्ग जिला सहकारी बैंक के चुनाव के पूर्व रची गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सहकारी बैंक के चुनाव में जीत से महा विकास अघाड़ी (शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं) के नेताओं द्वारा की गई पिछली अनियमितताओं को छिपाने में मदद मिलेगी।
राणे ने सवाल किया कि सिंधुदुर्ग जिले में राज्य के पुलिस महानिदेशक समेत शीर्ष पुलिस अधिकारी क्यों डेरा डाले हुए हैं? उन्होंने पत्रकारों से कहा कि नितेश राणे को भादंवि की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास के केस में झूठे ढंग से फंसाया जा रहा है। शिकायतकर्ता को कुछ चोंट के निशान बताए गए हैं। घटना के वक्त नितेश वहां मौजूद नहीं थे।
नितेश राणे कोंकण क्षेत्र के सिंधुदुर्ग जिले की कंकावली सीट से विधायक हैं। उन्होंने हत्या के प्रयास के मामले में अग्रिम जमानत अर्जी दायर की है। यह मामला संतोष परब नामक व्यक्ति पर कथित हमले से संबंधित है।
म्याउ की आवाज निकालने पर राणे के निलंबन की मांग
उधर, शिवसेना नेताओं ने हाल ही में मांग की है कि विधायक राणे को निलंबित किया जाए, क्योंकि उन्होंने राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ अनुचित व्यवहार किया। महाराष्ट्र विधानसभा में सोमवार को यह मामला उठाते हुए शिवसेना विधायक सुहास कांडे ने आरोप लगाया था कि बीते सप्ताह राणे ने विधानसभा में उस वक्त 'म्याउ' की आवाज निकाली थी, जब आदित्य ठाकरे सदन में आ रहे थे।