मुंबई पुलिस की एक टीम सोमवार को कॉमेडियन कुणाल कामरा के दादर स्थित आवास पर पहुंची। यह कार्रवाई महाराष्ट्र के एक राजनेता पर की गई उनकी कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर हुई। कामरा को खार पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे वहां उपस्थित नहीं हुए।

कुणाल कामरा पर दर्ज हुए कई मामले

शिवसेना विधायक मुरजी पटेल की शिकायत के आधार पर 24 मार्च को कामरा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद, मुंबई पुलिस ने उन्हें दो बार समन भेजा था। पुलिस के अनुसार, खार थाने में उनके खिलाफ तीन अलग-अलग मामले दर्ज हैं। इनमें से एक शिकायत जलगांव के मेयर ने दर्ज कराई, जबकि अन्य दो शिकायतें नासिक के एक होटल व्यवसायी और व्यापारी द्वारा की गई हैं।

विवाद की जड़ क्या है?

23 मार्च को प्रसारित एक एपिसोड में कामरा ने 1997 की फिल्म दिल तो पागल है के एक गाने का पैरोडी वर्जन पेश किया, जिसमें महाराष्ट्र के एक राजनेता पर कटाक्ष किया गया था। इस टिप्पणी को लेकर भारी विरोध हुआ और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ कर दी। इसके बाद, बीएमसी ने हैबिटेट स्टूडियो के कुछ हिस्सों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया।

कामरा ने माफी से किया इनकार

विवाद बढ़ने के बावजूद कुणाल कामरा ने अपने बयान पर कायम रहते हुए माफी मांगने से इनकार कर दिया। उन्होंने एक बयान में कहा, "मैं माफी नहीं मांगूंगा… मैं इस भीड़ से नहीं डरता और बिस्तर के नीचे छिपकर इस घटना के शांत होने का इंतजार नहीं करूंगा।"

मिली अंतरिम अग्रिम जमानत

इस मामले में मद्रास उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कुणाल कामरा को अंतरिम अग्रिम जमानत दे दी। न्यायमूर्ति सुंदर मोहन ने आदेश दिया कि जमानत शर्तों के तहत दी गई है और यह 7 अप्रैल तक प्रभावी रहेगी। कामरा ने ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था और अपनी हालिया टिप्पणियों के बाद मिल रही धमकियों का हवाला दिया था।