शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) अभी भी प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाली वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत करने में दिलचस्पी रखती है। वीबीए पहले ही कई लोकसभा सीट पर उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है। राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हटाने और मतपत्रों के आधार पर चुनाव कराने की अपनी मांग भी दोहराई।
‘हम अभी भी वीबीए से बातचीत के लिए उत्सुक’
प्रकाश आंबेडकर लोकसभा चुनाव के लिए पहले कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) वाले एमवीए के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत कर रहे थे। लेकिन हाल ही में उन्होंने 48 में से 20 सीट के लिए उम्मीदवारों का एलान कर दिया था। राउत ने दावा किया कि आंबेडकर की पार्टी ने एमवीए के साथ बातचीत बंद कर दी थी। एमवीए ने उसे पांच सीट की पेशकश की थी। जिसमें अकोला, रामटेक, धुले और मुंबई की एक सीट शामिल हैं। उन्होंने कहा, हम वीबीए के साथ बातचीत को रोकने वाले नहीं हैं। इसके विपरीत हम अभी भी पार्टी के साथ बाचतीच करने के लिए उत्सुक हैं।
‘शिंदे के लिए पार्टी के दरवाजे बंद’
पिछले आम चुनावों (2019) में कई सीट पर वीबीए के उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे। जबकि कांग्रेस या राकांपा (अविभाजित) के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जल्द ही अपनी कुर्सी खो देंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी के दरवाजे उनके लिए खुले नहीं हैं। इस बीच, कांग्रेस ने सोमवार को अकोला लोकसभा सीट से अभय पाटिल की उम्मीदवारी का एलान किया। पाटिल का मुकाबला भाजपा सांसद संजय धोत्रे के बेटे अनूप धोत्रे और 2019 के चुनाव में इस सीट से हारे आंबेडकर से होगा।