नागपुर में प्रेमिका से पीछा छुड़ाने के लिए सेना के जवान ने एक फिल्म को देखकर हत्या का प्लान बनाया। बहुचर्चित फिल्म दृश्यम की तरह आरोपी जवान ने पहले प्रेमिका की गला दबाकर हत्या की और फिर एक सुनसान जगह पर शव को ले गया। यहां उसने गड्ढा खोदकर शव को दबाया और ऊपर सीमेंट लगाकर बंद कर दिया। ताकि किसी को शव की भनक तक न लग सके। मगर पुलिस ने सेना के जवान को पकड़कर पूछताछ की तो सारा सच सामने आ गया। 

नागपुर के कैलाश नगर निवासी अजय वानखेड़े सेना में जवान है। वह नगालैंड में तैनात है। कुछ समय पहले उसकी मुलाकात विवाह पोर्टल के जरिये ऑटोमोबाइल की दुकान में काम करने वाली तलाकशुदा महिला ज्योत्सना आकरे से हुई। उनकी रोज बात होने लगी और प्रेम संबंध शुरू हो गया। इसके बाद जब वानखेड़े ने अपने परिवार से ज्योत्सना से शादी को लेकर बात की, तो उसके परिवार ने विरोध किया। 

पुलिस ने बताया कि परिवार वालों ने अजय की शादी दूसरी महिला से करा दी। शादी होने के बाद उसने ज्योत्सना को नजर अंदाज करना शुरू कर दिया। उसने ज्योत्सना का फोन भी उठाना बंद कर दिया। इस बीच ज्योत्सना से अजय वानखेड़े की तलाश शुरू की और उसके एक करीबी दोस्त से संपर्क किया। दोस्त ने वानखेड़े को बताया कि आकरे उसे ढूंढ रही है। 

इस पर वानखेड़े ने ज्योत्सना आकरे को मारने की योजना बनाई। उसे बहुचर्चित फिल्म दृश्यम देख प्रेमिका की हत्या करने और बच निकलने की प्लानिंग की थी। वानखेड़े ने अपनी मां के फोन से ज्योत्सना को फोन किया और 28 अगस्त को वर्धा रोड पर मिलने बुलाया। उधर ज्योत्सना ने अपने परिवार से कहा कि वह 28 अगस्त को अपनी दोस्त के साथ रहेगी और अगले दिन दुकान पर चली जाएगी।

पुलिस ने बताया कि 28 अगस्त को अजय वानखेड़े और ज्योत्सना ने वर्धा रोड पर मुलाकात की और एक होटल में ठहरे। कुछ समय बाद वे दोनों होटल से निकलकर एक टोल प्लाजा पर गए। यहां पर अजय वानखेड़े ने ज्योत्सना आकरे को पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। 

पुलिस के मुताबिक जब ज्योत्सना बेहोश हो गई तो अजय ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को सुनसान इलाके में ले गया। जहां उसने रात में एक गड्ढा खोदा और शव को दबाकर सीमेंट से ढक दिया। इसके बाद उसने आकरे का मोबाइल फोन वर्धा रोड से गुजर रहे एक ट्रक में फेंक दिया।

परिजनों ने दर्ज कराई गुमशुदगी
29 अगस्त को जब ज्योत्सना घर नहीं लौटी तो उसके परिजनों ने बेलतरोडी पुलिस थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और 17 सितंबर को अपहरण का मामला दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि जब ज्योत्सना के कॉल रिकॉर्ड खंगाले गए तो पता चला कि वानखेड़े और आकरे के बीच नियमित रूप से फोन पर बात होती थी। पुलिस ने वानखेड़े को पूछताछ के लिए बुलाया गया लेकिन वह हाई ब्लड प्रेशर होने की शिकायत करते हुए  पुणे के सैन्य बल चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में भर्ती हो गया।

नागपुर सेशन कोर्ट ने खारिज की अग्रिम जमानत याचिका
पुलिस ने बताया कि इस बीच वानखेड़े ने नागपुर के सत्र न्यायालय में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की, लेकिन न्यायालय ने उसकी अर्जी खारिज कर दी। इसके बाद वानखेड़े ने उच्च न्यायालय का रुख किया लेकिन 15 सितंबर को उसकी याचिका वहां से भी खारिज कर दी गई। अग्रिम जमानत अर्जी खारिज होने के बाद बेलतरोडी पुलिस ने वानखेड़े को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में वानखेड़े ने अपराध स्थल की जानकारी दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंची और जांच की। इसके बाद नागपुर में वर्धा रोड पर डोंगरगांव टोल प्लाजा के पास शव के टुकड़ों को बाहर निकाला गया।