सीएम फडणवीस की चाय पार्टी का विपक्ष ने किया बॉयकॉट, कल से विधानसभा का बजट सत्र

महाराष्ट्र विधानसभा बजट सत्र की पूर्वसंध्या पर महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है. महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टियां शिवसेना यूबीटी, कांग्रेस और शरद पवार (एनसीपी) सहित पूरे विपक्ष ने सीएम की चाय पार्टी का बहिष्कार तो वहीं सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने आक्रमक तेवर दिखाए. बता दें कि सोमवार से महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है.

महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र की पूर्वसंध्या पर राज्य की राजनीति में हलचल तेज रही. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एवं अजित पवार की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया और आपसी संबंधों में मतभेद की अटकलों को खारिज किया. विपक्ष ने सरकार की चाय पार्टी का बहिष्कार किया, जिससे सत्र के दौरान तीखी बहस की संभावना बढ़ गई है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी स्थिति ‘हम साथ साथ हैं’ जैसी नहीं, बल्कि ‘हम आप के हैं कौन’ जैसी है, जिससे उनके बीच की खींचतान और नाराजगी स्पष्ट होती है. उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि उनके और मुख्यमंत्री के बीच कोई ‘कोल्ड वॉर’ नहीं है. मीडिया में चल रही ऐसी खबरें निराधार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार विपक्ष के हर सवाल पर चर्चा करने के लिए तैयार है.

फडणवीस ने विपक्ष पर बोला हमला

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम सब मिलकर काम कर रहे हैं और सीएम ने कुछ काम रोक दिया है या रोक दिया है, यह बात पूरी तरह से झूठी है. ये सब अफ़वाहें हैं. सीएम ने यह भी कहा, “आज हमने विपक्ष को चाय पार्टीके लिए आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने इसका बहिष्कार किया. उन्होंने एक बैठक की, जिसमें उनके कोई बड़े नेता नहीं आए. उन्होंने हमें 9 पेज का पत्र दिया है, जिसमें 9 लोगों के नाम हैं, 7 लोगों के हस्ताक्षर हैं और उस पत्र में उन्होंने ऐसे मुद्दे उठाए हैं, जो उन्होंने सिर्फ प्रेस से लिए हैं.

विपक्ष ने चाय पार्टी का बहिष्कार

विपक्षी दलों ने सरकार की चाय पार्टी का बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों, मराठा समुदाय और आम जनता को धोखा दिया है. उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की आत्महत्याओं को लेकर सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए हैं. विपक्ष ने मुख्यमंत्री को साढ़े चार पन्नों का पत्र लिखकर बहिष्कार के कारण बताए हैं.

महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र के सोमवार को शुरू होने से पहले रविवार को सीएम देवेंद्र फडणवीस और दोनों उपमुख्यमंत्रियों एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने कैबिनेट बैठक की.

एकनाथ शिंदे ने कहा कि सीएम और मेरे बीच कोई कोल्ड वॉर नहीं है. इतनी गर्मी में सब कुल कुल है. आप मीडिया कितनी भी ब्रेकिंग करो, हम दोनों में कोई ब्रेक नहीं होगा. सत्र में विपक्ष भी हमे साथ दे, सहायोग करे.

एकनाथ शिंदे ने मजाक में कहा कि फडणवीस और मैंने कुर्सी ( सीएम और डीसीएम पद ) की अदलबदली की है पर अजित पवार की कुर्सी ( उपमुख्यमंत्री पद) फिक्स है, जिसपर ठहाके लगने लगे, फिर अजित पवार ने कहा कि आप आपकी कुर्सी ( सीएम पद ) फिक्स नहीं रख पाए, फिर शिंदे ने कहा कि हमने सहमति से कुर्सी बदली है

बजट सत्र के क्या हैं अहम मुद्दे?

बजट सत्र के दौरान विपक्ष लाडकी बहिन योजना, कानून व्यवस्था, मराठा और ओबीसी आरक्षण और मंत्रियों के खिलाफ लगे आरोपों जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बना रहा है. हालांकि, विपक्ष की कमजोरी और आपसी असंगति के कारण उनकी प्रभावशीलता पर सवाल उठ रहे हैं.

इन घटनाक्रमों के बीच, महाराष्ट्र विधानमंडल का बजट सत्र एक रोमांचक और महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रहा है, जहां सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस और रणनीतिक चालों की संभावना है.

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