मुंबई: महाराष्ट्र में हाल ही में आई भारी बारिश और बाढ़ से किसान भारी नुकसान झेल रहे हैं, ऐसे में राज्य सरकार द्वारा घोषित राहत पैकेज ने सियासी बहस को गर्मा दिया है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसे “इतिहास का सबसे बड़ा मजाक” करार दिया है, जबकि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनके बयानों पर पलटवार किया है।
ठाकरे ने राहत पैकेज पर साधा निशाना
संभाजीनगर में आयोजित रैली में ठाकरे ने राज्य सरकार के मुआवजे को लेकर तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि अगर किसानों के लिए पूर्ण कर्जमाफी की घोषणा नहीं हुई, तो किसान सड़कों पर उतरेंगे। ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि हाल ही में महाराष्ट्र दौरे पर आए पीएम ने किसानों के मुद्दों पर कोई बात नहीं की।
शिंदे का पलटवार और राहत पैकेज का जिक्र
उद्धव ठाकरे के बयान के जवाब में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ठाकरे सत्ता से बाहर होने के बाद किसानों के दर्द का दिखावा कर रहे हैं। उन्होंने इसे “घड़ियाली आंसुओं का तमाशा” बताया। शिंदे ने राहत पैकेज का भी जिक्र किया और कहा कि महायुति सरकार ने बाढ़ प्रभावित किसानों को तुरंत राहत प्रदान की।
राज्य सरकार ने 31,628 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है। दिवाली से पहले किसानों के खातों में 10,000 रुपये जमा कराए गए हैं। इसके अलावा जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उन्हें प्रति हेक्टेयर 48,000 रुपये तक और मनरेगा के तहत 3.47 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर तक की सहायता दी जाएगी। शिंदे ने कहा कि राज्य और केंद्र मिलकर काम कर रहे हैं ताकि कोई भी किसान पीछे न रह जाए।