महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची को लेकर विपक्षी दलों और मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने चुनाव आयोग के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर की है। शनिवार को हुए बैठक में उन्होंने मतदाता सूची में गड़बड़ी और फर्जी वोटर होने की आशंका जताते हुए चुनाव को सूची दुरुस्त होने तक स्थगित करने की मांग की।

बैठक के बाद राज ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुंबई के कांदिवली स्थित चारकोप विधानसभा क्षेत्र के एक मतदाता का उदाहरण दिया। उन्होंने दावा किया कि महेंद्र चव्हाण नामक मतदाता की उम्र 41 साल है, जबकि उनकी बेटी नंदिनी चव्हाण की उम्र 124 साल दर्शाई गई है और दिए गए पते पर चव्हाण परिवार निवास नहीं करता।

हालांकि, जांच में पता चला कि महेंद्र और नंदिनी बाप-बेटी नहीं, बल्कि पति-पत्नी हैं। उनका असली सरनेम ‘चौहान’ है और मूल रूप से उत्तर प्रदेश से हैं, लेकिन मुंबई में उनका सरनेम चव्हाण हो गया। वर्तमान में यह जोड़ा चारकोप के लालजीपाड़ा इलाके में किराए के घर में निवास करता है।

विशेषज्ञों के अनुसार यह गड़बड़ी चुनाव आयोग की तरफ से हुई तकनीकी भूल है, जिसमें मतदाता कार्ड पर उम्र और विवरण गलत दर्ज हो गया। यह मामला दिखाता है कि मतदाता सूची में सुधार की तत्काल आवश्यकता है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर आयोग को लगातार घेर रहे हैं, और यदि सुधार नहीं किया गया, तो आयोग के सामने आने वाले चुनावों में और भी प्रश्न खड़े हो सकते हैं।