मुंबई: वसूली केस (Extortion Case) में फंसे मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Param Bir Singh) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. परमबीर सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है. ठाणे कोर्ट ने स्थानीय पुलिस को निर्देश दिया है कि वसूली केस (Extortion Case) में फरार चल रहे परमबीर सिंह को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जाए.
क्राइम ब्रांच ने किया था कोर्ट का रुख
बता दें, मुंबई क्राइम ब्रांच ने परमबीर सिंह (Param Bir Singh) के खिलाफ गैर-जमानती वारंट की मांग लेकर कोर्ट का रुख किया था. क्राइम ब्रांच ने ये कदम बार-बार नोटिस दिए जाने के बाद भी पूछताछ के लिए परमबीर सिंह के न पहुंचने और समन रिसीव न करने पर उठाया. क्राइम ब्रांच ने परमबीर को पूछताछ के लिए कई नोटिस दिए लेकन उन्होंने किसी भी नोटिस का जवाब नहीं दिया. परमबीर के खिलाफ महाराष्ट्र में कम से कम पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं.
देश छोड़कर भागने की आशंका
परमबीर सिंह के ये केस सामने आने के बाद देश छोड़कर भागने की आशंका भी जताई जा रही है. फरार चल रहे पमबीर के बारे में पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा पाई है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री भी परमबीर के देश छोड़कर भागने की आशंका जता चुके हैं. इसीके बाद हाल ही में परमबीर को नोटिस दिया गया था. परमबीर के कई ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया लेकिन कोई सुराग नहीं लगा.
एंटीलिया केस में गिरी थी गाज
बता दें, उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटकों से भरी एक एसयूवी के मामले में SI सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस प्रमुख के पद से हटा दिया गया था. होमगार्ड विभाग में ट्रांसफर के बाद परमबीर सिंह ने राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए कि उन्होंने सचिन वझे को मुंबई के होटलों और बार से हर महीने 100 करोड़ रुपये उगाही का टार्गेट दिया था.