अभिनेता सैफ अली खान पर चाकू से हमले के मामले में एक नया और चौंकाने वाला अपडेट सामने आया है। अभिनेता के साथ घटना होने के बाद उन्हें गुरुवार 16 जनवरी की सुबह 4:11 बजे लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें अस्पताल घटना होने के एक घंटे 41 मिनट बाद पहुंचाया गया था। जबकि, अभिनेता के घर से अस्पताल की दूरी 10-15 मिनट की है।
कितने बजे हुआ था हमला?
सैफ अली खान की मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि उन पर हमला सुबह 2:30 बजे हुआ था, लेकिन उन्हें सुबह 4:11 बजे भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक बांद्रा पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें उनके मैनेजर और दोस्त अफसर जैदी लेकर आए थे, जिससे लगता है कि जैदी ही उन्हें अस्पताल ले गए होंगे।
अस्पताल पहुंचाने वालों को लेकर अलग-अलग दावे
आईएएनएस द्वारा साझा की गई सैफ की मेडिकल रिपोर्ट से पता चलता है कि अभिनेता पर हुए हमले के लगभग दो घंटे बाद उन्हें लीलावती अस्पताल लाया गया था। हालांकि, उन्हें कौन लाया, इस बारे में अलग-अलग बातें सामने आई हैं। शुरुआत में, एक डॉक्टर ने कहा था कि सैफ अपने 8 वर्षीय बेटे तैमूर अली खान के साथ ऑटो-रिक्शा में पहुंचे थे। वहीं, उनके अस्पताल पहुंचने पर पहले इलाज करने वाले एक डॉक्टर ने बताया कि कैसे अभिनेता खून से लथपथ अपने 6-7 साल के बेटे तैमूर के साथ पहुंचे। डॉक्टर ने उनकी तारीफ भी की और उन्हें असली हीरो बनाया।
ऑटो में बैठने के बाद ये था सैफ का पहला सवाल?
फिर पहले बयान के उलट यह बताया गया कि सैफ अली खान को उनके बड़े बेटे इब्राहिम ने ऑटो-रिक्शा में लीलावती अस्पताल पहुंचाया। कथित तौर पर इब्राहिम ने अपने घायल पिता को रिक्शा में चढ़ने में मदद की, क्योंकि उस समय ड्राइवर उपलब्ध नहीं था। सैफ अली खान को अस्पताल ले जाने वाले ऑटो चालक भजन सिंह राणा ने कहा कि खान को बहुत खून बह रहा था और उनके साथ “एक छोटा बच्चा और एक अन्य व्यक्ति” था। जैसे ही खान वाहन में चढ़े, उनका पहला सवाल था, “कितना समय लगेगा?”