महाराष्ट्र की सियासी हलचल के बीच राज्य कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर बड़ा जुबानी हमला बोला है। सपकाल ने फडणवीस की तुलना मुगल शासकों से करते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य में अव्यवस्था को बढ़ावा दे रहे हैं और गलत काम करने वाले मंत्रियों को संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "जैसे पहले मुगल थे, वैसे ही अब राज्य में फडणवीस की 'शाही' चल रही है। महायुति के मंत्रियों को खुली छूट है – जो करना है करो, फडणवीस आपके साथ हैं।"
यह बयान ऐसे समय आया जब फडणवीस ने स्पष्ट किया था कि गैंगस्टर निलेश घायवाल के भाई सचिन घायवाल को कोई हथियार लाइसेंस नहीं दिया गया। हालांकि विपक्ष का आरोप है कि पुणे पुलिस की आपत्तियों के बावजूद सचिन को लाइसेंस जारी किया गया। इस मामले में गृह राज्यमंत्री योगेश कदम की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
जूताकांड और किसान कर्जमाफी की मांग
सपकाल कल्याण में डिप्टी पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे थे। यह प्रदर्शन उस घटना के खिलाफ था जिसमें वरिष्ठ वकील राकेश किशोर ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई पर जूता फेंकने का प्रयास किया था। सपकाल ने इसे संविधान और न्यायपालिका का अपमान बताया। इसके अलावा, उन्होंने किसान कर्जमाफी की मांग भी दोहराई।
भाजपा का पलटवार
कांग्रेस नेता के बयान पर भाजपा ने भी कड़ा पलटवार किया। पार्टी के मीडिया प्रमुख नवनाथ बन ने सपकाल की तुलना जलियांवाला बाग के जनरल डायर से की। उन्होंने कहा कि "जनरल डायर ने गोलियां चलाई थीं, सपकाल अब ज़ुबानी ज़हर फैला रहे हैं। ये लोग आज भी इटली के मानसिक गुलाम हैं। इनके लिए भारत नहीं, केवल सोनिया गांधी की दरबार ही सब कुछ है।" उन्होंने फडणवीस को किसानों और महाराष्ट्र की शान बताते हुए कहा कि जनता ऐसे नेताओं को वोट के जरिए जवाब देगी।
कांग्रेस कार्यकर्ता के साथ हुई बदसलूकी पर विरोध
इसके अलावा कांग्रेस ने पिछले महीने हुए एक मामले में विरोध जताया, जिसमें आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर मोदी की मॉर्फ की गई फोटो शेयर करने पर एक कांग्रेस कार्यकर्ता को साड़ी पहनाकर सरेआम अपमानित किया। कांग्रेस ने इस मामले में एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम के तहत केस दर्ज करने की मांग की है।