महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मंत्री माणिकराव कोकाटे के मोबाइल पर ‘रमी’ खेलने के वायरल वीडियो पर एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कोकाटे के नैतिक आधार पर इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि यह प्रकरण महाराष्ट्र की साख को नुकसान पहुंचा रहा है।
सुले ने कहा कि इस मामले की गूंज संसद तक पहुंच चुकी है। “हर कोई पूछ रहा था कि महाराष्ट्र में क्या हो रहा है। यह केवल एक वीडियो नहीं, बल्कि कई घटनाएं हैं, जो राज्य की छवि पर असर डाल रही हैं।” उन्होंने कहा कि कोकाटे को खुद ही पद छोड़ देना चाहिए था, लेकिन यहां तो दिल्ली से निर्देश आने पर ही कोई इस्तीफा देता है।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री की इस मामले में देरी से ही सही, लेकिन प्रतिक्रिया आई है। “कम से कम उन्होंने गंभीरता दिखाई और दिल्ली जाकर इस विषय को नेतृत्व के सामने रखा। इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं।”
कैसे उठा विवाद
विवाद की शुरुआत तब हुई जब एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार ने रविवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें माणिकराव कोकाटे विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान मोबाइल पर व्यस्त नजर आ रहे थे। अगले दिन विधायक जितेंद्र आव्हाड ने दो और वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया कि कोकाटे ‘रमी’ गेम खेल रहे थे। इसके बाद विपक्ष ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया और मंत्री के इस्तीफे की मांग तेज हो गई।
‘लाड़की बहन योजना’ में गड़बड़ी की जांच की मांग
‘लाड़की बहन योजना’ के तहत हजारों पुरुषों द्वारा खुद को महिला दर्शाकर लाभ उठाने की खबरों पर भी सुप्रिया सुले ने सवाल उठाए। उन्होंने इस पूरे मामले की गहन जांच की मांग करते हुए कहा कि फॉर्म भरने में सहायता करने वाली एजेंसियों की एसआईटी, सीबीआई या ईडी जैसी किसी भी केंद्रीय एजेंसी से जांच कराई जानी चाहिए।
आईटी कंपनियों के पलायन पर जताई चिंता
हिंजेवाड़ी में उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा किए गए दौरे और आईटी कंपनियों के हैदराबाद व बेंगलुरु की ओर रुख करने के सवाल पर भी सुले ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से आईटी सेक्टर से जुड़े मुद्दों पर नजर रख रही हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि जब तक यातायात व्यवस्था में सुधार नहीं होता, तब तक कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम को प्राथमिकता देनी चाहिए।