मुंबई हमलों का मास्टमाइंड आतंकी तहव्वुर राणा को अपने परिवार की याद सता रही है। तहव्वुर राणा अपने परिवार के लोगों से बात करना चाहता है। इसकी इजाजत के लिए उसने एक अर्जी दायर की है। हाल ही में उसे अमेरिका से प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया था। दिल्ली के एक जज ने राणा की याचिका पर नोटिस जारी कर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जवाब मांगा है |
परिजनों से बात करना चाहता है राणा
आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा ने अदालत से अपने परिजनों से बात करने की अनुमति मांगी है। राणा ने 19 अप्रैल को अपने वकील के माध्यम से विशेष न्यायाधीश हरदीप कौर की अदालत में यह याचिका दायर की थी। न्यायाधीश ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को 23 अप्रैल तक इस पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
64 वर्षीय पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा को 10 अप्रैल को अदालत ने 18 दिन की हिरासत में भेज दिया था। एनआईए ने अदालत को बताया कि आपराधिक साजिश के तहत आरोपी डेविड कोलमैन हेडली ने भारत यात्रा से पहले पूरे ऑपरेशन की योजना राणा से साझा की थी।
हेडली के संपर्क मे था राणा
एनआईए के अनुसार संभावित चुनौतियों को देखते हुए हेडली ने राणा को एक ईमेल भेजा, जिसमें उसने अपनी संपत्तियों और अन्य चीजों का ब्यौरा दिया था। हेडली ने राणा को पाकिस्तानी नागरिक इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान की इस साजिश में संलिप्तता की जानकारी भी दी थी, जो इस मामले में सह-आरोपी हैं।
राणा मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी (जो अमेरिकी नागरिक है) का करीबी सहयोगी है। उसे अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट द्वारा 4 अप्रैल को उसकी प्रत्यर्पण याचिका खारिज किए जाने के बाद भारत लाया गया था।