महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की जांच पूरी दृढ़ता के साथ कर रही है। इस अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के पीछे एक बड़ी जबरन वसूली का मामला है। बीड जिले में पवन चक्कियां स्थापित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी से कथित तौर पर दो करोड़ रुपये की वसूली की जा रही थी। देशमुख ने इस जबरन वसूली का विरोध किया था, जिसके बाद नौ दिसंबर को उनका अपहरण किया गया और फिर हत्या कर दी गई। उनकी मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया, जिसके बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, कुछ दिन पहले, महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड ने पुणे में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। कराड को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। अभी तक कुल सात आरोपी इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं।
सरपंच की हत्या को राजनीति से नहीं जोड़ें: सीएम
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, 'बीड मामले में सरकार और पुलिस पूरी ताकत व दृढ़ता से काम कर रही हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। देशमुख एक लोकप्रिय सरपंच थे, इसलिए उनकी हत्या को राजनीतिक रूप से इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यहां तक कि अगर आरोपी फरार हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हम उन लोगों को भी नहीं छोड़ रहे हैं, जिन्होंने आरोपियों की मदद की। एजेंसियों को मामले की सही तरीके से जांच करने दिया जाना चाहिए।'
भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता ने जांच को बताया बकवास
भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अंजलि अनीश दमानिया ने सरपंच हत्या मामले में चल रही जांच को बकवास बताया। उन्होंने कहा कि इसके सच का खुलासा तभी हो सकेगा जब मामले की जांच बीड पुलिस के बाहर के अधिकारियों द्वारा की जाएगी।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि जबरन वसूली मामले में मुख्य आरोपी और एनसीपी मंत्री तथा परली विधायक धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड के आगे झुकी बीड पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती। धनंजय मुंडे और पंकजा मुंडे अपमानजनक और अश्लील भाषा से उन्हें निशाना बना रहे हैं।
मुझ पर एक समुदाय को निशाना बनाने का आरोप: दमानिया
उन्होंने आरोप लगाया, 'मुझ पर वंजारी समुदाय को निशाना बनाकर सामाजिक तनाव पैदा करने का आरोप है। मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है। मैंने सिर्फ इतना कहा कि (दिवंगत भाजपा के दिग्गज) गोपीनाथ मुंडे के समय से ही बीड में सभी सरकारी नियुक्तियां एक ही समुदाय से होती हैं। जिले में एक विशेष समुदाय से ताल्लुक रखने वाले पुलिसकर्मी कराड से जुड़े हुए हैं और उनकी जांच नहीं कर सकते।'
उन्होंने कहा, 'यह चल रही जांच बकवास है। बीड पुलिस को इस मामले की जांच नहीं करनी चाहिए। मैंने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला से मुलाकात की है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अनुरोध करती हूं कि मुझे परेशान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें।'