उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) महाराष्ट्र के कम से कम चार जिलों में मिलकर नगर निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को बताया कि मनसे के साथ गठबंधन पर बातचीत जारी है।
राउत ने कहा कि ठाकरे बंधु—उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे—मुंबई, ठाणे, नासिक और कल्याण-डोंबिवली में एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरेंगे। उन्होंने दावा किया कि दोनों नेताओं की ताकत मराठी समाज की एकजुटता है और अब कोई भी ताकत ‘मराठी मानुस’ की एकता को कमजोर नहीं कर सकती।
मराठी भाषा को लेकर पहले भी उद्धव और राज ठाकरे एक साथ मंच साझा कर चुके हैं। उनके संयुक्त आंदोलन के बाद महाराष्ट्र सरकार को प्राथमिक से पांचवीं तक हिंदी की अनिवार्यता का निर्णय वापस लेना पड़ा था। इसके बाद दोनों नेताओं ने एक संयुक्त सभा भी की थी।
13 साल बाद मातोश्री पहुंचे थे राज ठाकरे
27 जुलाई को मनसे प्रमुख राज ठाकरे करीब 13 साल बाद बांद्रा स्थित मातोश्री पहुंचे थे, जहां उन्होंने उद्धव ठाकरे को उनके 65वें जन्मदिन पर बधाई दी। दादर स्थित अपने आवास शिवतीर्थ से आए राज ठाकरे ने लाल गुलाबों का गुलदस्ता भेंट किया। इससे पहले वे 2012 में बालासाहेब ठाकरे के निधन के समय मातोश्री आए थे। इस दौरान उनके साथ मनसे नेता बाला नंदगांवकर और नितिन सरदेसाई भी मौजूद थे, जबकि उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने उनका स्वागत किया।
भाजपा का तंज
राज और उद्धव ठाकरे के संभावित गठबंधन पर भाजपा ने निशाना साधा। महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी) केवल चुनाव के समय मराठी मतदाताओं को याद करती है। उनका कहना था कि पिछले विधानसभा चुनावों में मराठी मतदाताओं का झुकाव भाजपा की ओर रहा और उन्हें गुमराह करने की कोशिशें नाकाम रहीं। वहीं, भाजपा विधायक प्रवीण दरेकर ने इस गठबंधन को लेकर संदेह जताते हुए इसे राउत की “अटकलबाजी” बताया।