केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के किसानों को राहत देने का भरोसा दिया है। उन्होंने अल्हियानगर में आयोजित एक जनसभा में कहा कि मोदी सरकार ने महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिए हैं कि किसानों की मदद तेज़ी से की जाए। इसी संदर्भ में शनिवार को शाह ने देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ लंबी बैठक भी की।

अमित शाह ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों की मदद तब तक नहीं कर सकती जब तक महाराष्ट्र सरकार विस्तृत रिपोर्ट भेजती। उन्होंने कहा, “अगर राज्य सरकार रिपोर्ट भेजती है, तो केंद्र किसी भी तरह की देरी नहीं करेगा।”

केंद्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र की जनता की भी तारीफ की और कहा कि यह संभव हुआ क्योंकि राज्य में जनता ने एक ऐसी सरकार चुनी है जो सभी की भलाई पर ध्यान देती है। उन्होंने एनडीए के विधायकों की सराहना करते हुए बताया कि उन्होंने अपनी एक महीने की सैलरी राहत कोष में दान कर किसानों की मदद के लिए योगदान दिया है।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी किसानों की मदद को लेकर कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ और आपदा की स्थिति में किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, और सरकार उनके लिए हर संभव मदद कर रही है।

गौरतलब है कि NCRB की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में सबसे अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या का प्रतिशत 38.5% है, जबकि दूसरे नंबर पर कर्नाटक है, जहां यह दर 22.5% रही।