चुनाव आयोग के अनुसार, महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा। 23 नवंबर को चुनाव के नतीजों का एलान कर दिया जाएगा। वहीं झारखंड में 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। झारखंड चुनाव के नतीजों का एलान भी 23 नवंबर को होगा। 

इन लोकसभा और विधानसभा सीटों पर होगा उपचुनाव

जिन दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें केरल की वायनाड लोकसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट शामिल हैं। जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें असम की धोलाई, सिडली, बोनगाईगांव, बेहाली और सामागुरी शामिल हैं। 

वहीं बिहार की रामगढ़, तराई, इमामगंज और बेलागंज सीट पर उपचुनाव होने हैं। छत्तीसगढ़ की रायपुर सिटी साउथ सीट पर, गुजरात की वाव सीट पर, कर्नाटक की शिगांव, संदूर और चन्नापाटना सीट शामिल हैं। केरल की पलक्कड़ और चेलाक्कारा सीट पर उपचुनाव होने हैं। मध्य प्रदेश की बुधनी और विजयपुर, मेघालय की गामबेगरे, पंजाब की गिद्दरबाहा, डेरा बाबा नानक, बरनाला और छब्बेवाल सीट पर उपचुनाव होने हैं। 

राजस्थान की चौरासी, खिंवसर, दौसा, झुनझुनु, देवली उनियारा, सालंबर और रामगढ़ सीटों, सिक्किम की सोरेंग चकुंग, नामची सिंगिथांग, उत्तर प्रदेश की मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, फूलपुर, काटेहरी, मझवां, सीसामऊ सीटों पर उपचुनाव होंगे। उत्तराखंड की केदारनाथ और पश्चिम बंगाल की तालडंगरा, सिताई, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और मदरीहाट सीट पर भी उपचुनाव के लिए मतदान होगा।

उपचुनाव असम की पांच विधानसभा सीटों, बिहार की 4 सीटों, छत्तीसगढ़ की एक सीट, गुजरात की एक, कर्नाटक की 3, केरल की तीन (दो विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट), मध्य प्रदेश की दो सीटों, महाराष्ट्र की एक लोकसभा सीट और मेघालय की एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे।

 साथ ही पंजाब की चार विधानसभा सीटों, राजस्थान की सात, सिक्किम की दो, उत्तर प्रदेश की नौ, उत्तराखंड की एक और पश्चिम बंगाल की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा। 

पिछले 15-20 चुनाव देखें तो हर चुनाव में अलग-अलग नतीजे आए हैं और ऐसा नहीं हो सकता कि जब मनमाकिफ नतीजे न आएं तो सवाल उठाए जाएं। सीईसी ने कहा कि ईवीएम में सिंगल यूज बैट्री है और जब ये डाली जाएगी तो ये लंबे समय तक चलती है। जब शुरू हुई तो वो 100 फीसदी थी, लेकिन जैसे जैसे वो इस्तेमाल होगी तो बैट्री लाइफ कम होगी। मॉक पॉल के दौरान इस्तेमाल होने की वजह से बैट्री चार्जिंग अलग-अलग हो सकती है।

ईवीएम में जो बैट्री डाली जाती है, उस पर भी एजेंट्स के हस्ताक्षर होते हैं। स्टोरेज के दौरान तीन स्तरीय सुरक्षा होगी। जब वो मतदान के लिए निकलेंगी तो उसकी वीडियोग्राफी होगी और फिर कैंडिडेट्स के एजेंट्स होंगे। सभी मशीनों के नंबर भी एजेंट्स के साथ साझा किए जाएंगे और उनसे वोट डलवाकर भी पुष्टि कराई जाती है। इसके बाद वोटिंग हुई और फिर बंद होने पर भी एजेंट्स के साइन कराए। हर कदम पर पब्लिक डिस्क्लोजर होता है।

सीईसी ने ईवीएम को लेकर कही ये बात

चुनाव आयोग ने मतगणना के दौरान नतीजों के रुझानों पर रिपोर्टिंग को लेकर नाराजगी जाहिर की। ईवीएम को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पांच छह महीने पहले ईवीएम की पहले लेवल की चेकिंग होती है। हमारे पास ईवीएम को लेकर 20 शिकायतें आई हैं और हम हर शिकायत का जवाब देंगे, पूरे तथ्यों के साथ। ये हमारा कर्तव्य है। हम उन जवाबों को प्रकाशित भी करेंगे ताकि सभी को पता चल सके। पहली चेकिंग, स्टोरेज रखना फिर उसे बूथ पर ले जाना, फिर स्टोरेज रखना और फिर मतगणना, हर समय पर राजनीतिक पार्टियों के एजेंट्स मौजूद रहते हैं। 

चुनाव आयोग ने 48 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के शेड्यूल का भी एलान किया है। 47 विधानसभा सीटों और केरल की एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए नोटिफिकेशन की शुरुआत 18 अक्तूबर से होगा। वहीं उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की एक लोकसभा सीट पर 22 अक्तूबर 2024 को नोटिफिकेशन जारी होगा।

नामांकन की शुरुआत पहले चरण के लिए 25 अक्तूबर 2024 को और दूसरे चरण के लिए 29 अक्तूबर से होगी। उम्मीदवार पहले चरण के लिए 30 अक्तूबर को नामांकन वापस ले सकते हैं और दूसरे चरण के लिए यह तारीख 4 नवंबर है। उपचुनाव के पहले चरण का मतदान 13 नवंबर 2024 को और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। उपचुनाव के नतीजे भी दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। 

उपचुनाव असम की पांच विधानसभा सीटों, बिहार की 4 सीटों, छत्तीसगढ़ की एक सीट, गुजरात की एक, कर्नाटक की 3, केरल की तीन (दो विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट), मध्य प्रदेश की दो सीटों, महाराष्ट्र की एक लोकसभा सीट और मेघालय की एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे। साथ ही पंजाब की चार विधानसभा सीटों, राजस्थान की सात, सिक्किम की दो, उत्तर प्रदेश की नौ, उत्तराखंड की एक और पश्चिम बंगाल की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा।