गुरदासपुर। थाना सिटी के पास मंगलवार रात आठ बजे जोरदार धमाके से इलाके में सनसनी फैल गई। इस घटना में सड़क से गुजर रहे दंपती समेत तीन लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया। शुरुआती रिपोर्ट में पुलिस ने धमाके का कारण ट्रक का टायर फटना बताया, जबकि घायल नागरिकों ने आरोप लगाया कि धमाका किसी ग्रेनेड हमले के कारण हुआ। महिला घायल के शरीर से डॉक्टरों ने कई छर्रे भी निकाले हैं।
हालांकि बुधवार सुबह खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस हमले की जिम्मेदारी ली। पिछले कुछ महीनों में जिले में पांच थानों और चौकियों पर ग्रेनेड और रॉकेट लांचर से हमले की घटनाएं हो चुकी हैं।
घटना स्थल पर मौजूद एसएसपी आदित्य ने कहा कि रात के धमाके का कारण कोई ग्रेनेड हमला नहीं बल्कि ट्रक का टायर फटना था। टायर फटने से निकली हवा और धमाके के प्रभाव से लोग घायल हुए हैं।
घायल सपना शर्मा, जो लाइब्रेरी चौक की निवासी हैं, ने बताया कि वह धमाके के समय पैदल जा रही थीं। अचानक तेज धमाका हुआ और वे फर्श पर गिर गईं। चारों तरफ धूल और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। उनके पति रमेश शर्मा ने कहा कि पुलिस ने धमाके को ट्रक के टायर फटने का मामला बताया और उन्हें अस्पताल भेजने की बजाय घर छोड़ दिया। डॉक्टरों ने उनके शरीर पर 50 से अधिक जख्म देखे और सिर का स्कैन कर छर्रा निकाला।
पुलिस की प्रारंभिक रिपोर्ट और केएलएफ के बाद के दावे में विरोधाभास देख परिजन नाराज हैं। उनका कहना है कि अगर पुलिस को ग्रेनेड हमले का संदेह था तो रात को ही उन्हें उचित इलाज के लिए जानकारी दे दी जाती।
इस क्षेत्र में हाल के महीनों में ग्रेनेड हमलों की घटनाओं की लंबी श्रृंखला रही है। कुछ प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं:
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12 दिसंबर 2024: थाना घणीए, बांगर पर ग्रेनेड हमला
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18 दिसंबर 2024: चौकी बख्शीवाल पर ग्रेनेड हमला
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19 दिसंबर 2024: थाना वडाला बांगर पर ग्रेनेड हमला
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16 फरवरी 2025: डेरा बाबा नानक, राएमल्ल में पुलिसकर्मी के रिश्तेदार के घर पर हमला
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6 अप्रैल 2025: थाना किला लाल सिंह पर रॉकेट हमला
इन घटनाओं ने इलाके में सुरक्षा की चिंता बढ़ा दी है और नागरिक प्रशासन तथा पुलिस की सतर्कता की आवश्यकता को उजागर किया है।