बांदीकुई तहसील के गादरवाड़ा गांव में उस समय सब हैरान रह गए जब जनसुनवाई के दौरान खुद भगवान की मूर्ति लेकर लोग कलेक्ट्रेट पहुंच गए। मंदिर की भूमि पर बने रास्ते को दबंगों द्वारा अवरुद्ध किए जाने के विरोध में पुजारी और ग्रामीणों ने भगवान सीतारामजी की मूर्ति सिंहासन पर रखकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई।

ग्राम गादरवाड़ा ब्राह्मणान के ग्रामीणों ने कलेक्टर देवेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि मंदिर माफी की जमीन तक पहुंचने वाला रास्ता मालियों की ढाणी के कुछ लोगों ने बंद कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस रास्ते से बास-गुढ़लिया सड़क जुड़ती है और खाता संख्या 21 के पास स्थित खसरा नंबर 34 पर भी अवैध कब्जा किया गया है।

पुजारी लल्लूराम शर्मा ने बताया कि संबंधित पटवारियों द्वारा लोगों को गुमराह किया जा रहा है और खुद को एसडीएम बताकर दबाव बनाया जा रहा है। इससे विवाद की स्थिति बनी हुई है और पुजारी परिवार का जीवनयापन कठिन हो गया है। उनका कहना है कि मंदिर की सेवा से ही उनका गुजर-बसर होता है, लेकिन रास्ता बंद होने से खेती-बाड़ी और पूजा दोनों प्रभावित हो रही हैं।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस प्रकरण की शिकायत सरपंच से लेकर मुख्यमंत्री तक की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रास्ता नहीं खोला गया तो वे आंदोलन करेंगे और आत्मदाह तक की नौबत आ सकती है।

कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने ग्रामीणों की शिकायत पर जांच कराने का आश्वासन दिया है और संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश देने की बात कही है।