अजमेर, जयपुर और टोंक जिलों के करीब एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध के दो और गेट शनिवार (6 सितंबर) को खोल दिए गए। अब बांध से प्रति सेकंड 1 लाख 20 हजार क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा जा रहा है। इस तरह अब तक बांध के आठ गेट खोले जा चुके हैं।
जानकारी के अनुसार, चार गेट दो मीटर और बाकी चार गेट तीन मीटर तक खोले गए हैं, जिनसे पानी की निकासी जारी है। लगातार हो रही बारिश के कारण बांध का जलस्तर बढ़ गया, जिस पर नियंत्रण के लिए गेट खोलने पड़े। कुल 18 गेटों वाले इस बांध से इस समय आठ गेटों के जरिए पानी बाहर निकाला जा रहा है।
24 जुलाई से ओवरफ्लो
जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि बीसलपुर बांध इस वर्ष 24 जुलाई को ही ओवरफ्लो हो गया था और तभी से पानी छोड़ा जा रहा है। बीते 43 दिनों से बांध में लगातार तेज गति से पानी की आवक बनी हुई है।
बनास नदी पर स्थित बांध
प्रशासन ने इस बार ईसरदा बांध में भी पानी संचित करने की तैयारी की है। दोनों बांध बनास नदी पर बने हैं और इनमें लगभग 90 किलोमीटर की दूरी है। इसलिए बीसलपुर बांध पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
पानी की उपलब्धता
सूत्रों के अनुसार, बीते 43 दिनों में बांध से जितना पानी छोड़ा गया है, वह आगामी दो वर्षों तक जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों को पेयजल आपूर्ति करने के लिए पर्याप्त होता। वर्तमान में इन जिलों में प्रतिदिन लगभग एक हजार एमएलडी पानी की खपत होती है।
कैचमेंट एरिया में भारी बारिश
शुक्रवार को कैचमेंट क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से बांध का स्तर तेजी से बढ़ गया था। इस वजह से पहले छह गेट खोले गए थे। गुरुवार को पानी की आवक तेज होने पर दो गेट दो-दो मीटर और चार गेट एक-एक मीटर खोलकर करीब 48,080 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शनिवार को दो और गेट खोलकर निकासी की गई।