लटकते बिजली के तार ने छीनी तीन जिंदगियां, हनुमान बेनीवाल ने की 15 लाख मुआवजे की मांग

जिले के खींवसर उपखंड के कड़लू गांव के पास हुए दर्दनाक हादसे में सड़क पर बिजली के टूटे तार की चपेट आने से 3 लोगों की मौत हो गई। बिजली विभाग की इस बड़ी लापरवाही ने निर्दोष लोगों की जान ले ली। जानकारी के अनुसार मुंदियाड गांव में हुए हादसे में पीथाराम, कालूराम और जेठाराम की इस हादसे में मौत हुई है। ये तीनों बाइक पर सवार होकर जा रहे थे। रास्ते में टूटा हुआ बिजली का तार बाइक को छू गया, जिससे बाइक में तेज करंट दौड़ गया। करंट इतना तेज था कि बाइक सहित तीनों युवक झुलस गए।

भावंडा एसएचओ मानवेंद्र सिंह ने बताया कि आज दोपहर करीब 12 बजे नागौर के मुंदियाड़ निवासी पीथाराम देवासी, कालूराम देवासी व जेठाराम देवासी एक बाइक पर सवार होकर मुंदियाड़ से कड़लू जा रहे थे। रास्ते में 11 हजार केवी बिजली का तार टूटा हुआ था, उसके संपर्क में आते ही तीनों झुलस गए। टूटे हुए तार में करंट दौड़ रहा था। आसपास के लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचना देकर सप्लाई बंद करवाई लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी।  ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर आक्रोश जताया है और तीनों के शव घटनास्थल पर ही रखकर प्रशासन को बुलाने की मांग पर अड़े हुए हैं।

हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। लोगों का कहना है कि विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण ही यह दुर्घटना हुई है। क्षेत्र में कई जगहों पर बिजली के तार काफी नीचे लटके हुए हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।

इधर राजस्थान सरकार से नाराजगी जताते हुए नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हादसे को लेकर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। साथ ही उन्होंने राजस्थान सरकार से प्रत्येक मृतक के परिवार को 15-15 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने और घटना के लिए जिम्मेदार मुंडवा सहायक अभियंता को निलंबित करने की मांग भी की है। वहीं पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा ने भी हादसे पर शोक जताया है।

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