जोधपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) जोधपुर में मंगलवार को एक बैठक के दौरान प्रशासन और शिक्षक वर्ग के बीच विवाद गंभीर टकराव में बदल गया। इस मामले में कुलसचिव और सहायक प्रोफेसर ने एक-दूसरे के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने और अभद्र व्यवहार के आरोप लगाते हुए मुकदमे दर्ज कराए। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सहायक प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है और मामले की विस्तृत जांच चल रही है।
मीटिंग में बहस से बढ़ा विवाद
आईआईटी के कार्यवाहक कुलसचिव अंकुर गुप्ता की रिपोर्ट के अनुसार, 2 सितंबर को संस्थान में चल रही बैठक के दौरान सहायक प्रोफेसर डॉ. दीपक कुमार अरोड़ा और अन्य अधिकारियों के बीच किसी मुद्दे को लेकर बहस हुई। आरोप है कि डॉ. अरोड़ा ने बैठक में राजकार्य में बाधा डाली और जातिगत अपशब्द कहे। इसके आधार पर मंडोर थाने में मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने डॉ. अरोड़ा को गिरफ्तार किया।
सहायक प्रोफेसर ने दर्ज कराया क्रॉस केस
वहीं, डॉ. दीपक अरोड़ा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि बैठक के दौरान उन्हें अविनाश कुमार अग्रवाल और उनके सहयोगियों ने बंधक बनाया और उनके साथ मारपीट की। उन्होंने भी राजकार्य में बाधा डालने का आरोप सामने वाले पक्ष पर लगाया है।
जांच में जुटी पुलिस
मामले की जांच एसीपी मंडोर नगेंद्र कुमार को सौंपी गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मीटिंग में शुरू हुई कहासुनी देखते ही देखते विवाद में बदल गई। दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर विस्तृत जांच जारी है। फिलहाल कुलसचिव की रिपोर्ट पर दर्ज मामले में सहायक प्रोफेसर को गिरफ्तार किया गया है।
प्रतिष्ठान की छवि पर असर
देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIT में प्रशासन और शिक्षकों के बीच टकराव ने अकादमिक माहौल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परस्पर आरोप-प्रत्यारोप और पुलिस की दखलंदाजी से विवाद और गंभीर रूप ले गया है।