जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव अब 9 सितंबर को होगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त निर्धारित की गई है। इस बीच राजस्थान के जैसलमेर के जलालुद्दीन भी इस महत्वपूर्ण चुनाव में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने 11 अगस्त को राज्यसभा पहुंचकर 15 हजार रुपये की जमा राशि के साथ अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिससे वे सुर्खियों में आ गए हैं।
38 वर्षीय जलालुद्दीन पहले भी वार्ड पंच, विधानसभा और लोकसभा चुनावों में नामांकन कर चुके हैं। वार्ड पंच चुनाव में वे एक वोट से हार गए थे। हालांकि 2013 और 2014 में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में उन्होंने नामांकन वापस ले लिया था। लेकिन इस बार उन्होंने स्पष्ट कहा है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए दिए गए अपने नामांकन को वे वापस नहीं लेंगे।
जैसलमेर के भागूका गांव के रहने वाले जलालुद्दीन वर्तमान में जयपुर के हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में छात्र हैं। उनके दो भाई डॉक्टर हैं और उनके दो बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में नामांकन करके वे लोकतंत्र के महोत्सव में भागीदारी का संदेश देना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने मुस्लिम समुदाय के युवाओं को शिक्षा की प्रेरणा देने का भी उद्देश्य बताया, क्योंकि उनकी मान्यता है कि समुदाय में अभी भी शिक्षा का स्तर कम है।