जालौर विधायक और राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग का विश्व फोटोग्राफी दिवस (19 अगस्त) पर दिया गया बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। जालौर के एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने अपने फोटोग्राफी से जुड़े अनुभव साझा करते हुए कहा कि “फोटोग्राफर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी उसकी विश्वसनीयता और विश्वास बनाए रखना होता है। मैंने अपने कार्यकाल में सुहागरात तक के फोटो खींचे हैं।”
कार्यक्रम के दौरान गर्ग ने यह भी कहा कि समय के साथ फोटोग्राफरों की अहमियत कम होती जा रही है। अब उन्हें केवल फोटो खिंचवाने के समय ही याद किया जाता है, बाद में कोई उनकी परवाह नहीं करता। उनका यह बयान और कार्यक्रम का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिस पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
विवाद बढ़ने पर विधायक गर्ग ने सफाई दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका आशय फोटोग्राफर पर होने वाले भरोसे को समझाने का था। गर्ग ने कहा, “फोटोग्राफर का काम केवल तस्वीरें लेना नहीं, बल्कि उस विश्वास को बनाए रखना भी है, जो लोग उन पर करते हैं। मैंने सुहागरात की फोटोग्राफी का उदाहरण इसी भरोसे को समझाने के लिए दिया था।”