राजस्थान के फलोदी जिले में 2 नवंबर को हुए दर्दनाक सड़क हादसे के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। हादसा भारतमाला हाईवे पर मातोड़ा गांव के पास हुआ, जब श्रद्धालुओं से भरी टेंपो ट्रैवलर एक खड़े ट्रक से टकरा गई। इस दुर्घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।

सुप्रीम कोर्ट की बेंच जस्टिस जे. के. महेश्वरी और जस्टिस विजय विश्नोई इस मामले की सुनवाई 10 नवंबर को करेंगे। पुलिस के अनुसार, टेंपो ट्रैवलर में सवार श्रद्धालु कोलायत मंदिर दर्शन से लौट रहे थे और सभी जोधपुर के सूरसागर इलाके के निवासी थे।

फलोदी पुलिस अधीक्षक कुंदन कांवरिया ने पुष्टि की कि मृतकों में 10 महिलाएं, चार बच्चे और वाहन चालक शामिल हैं। घायलों को तुरंत मातोड़ा से जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। जोधपुर पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचे और घायलों के उपचार की व्यवस्था का जायजा लिया।

फलोदी थाना प्रभारी अमानाराम ने बताया कि श्रद्धालु परिवार कोलायत मेला दर्शन के लिए गए थे। हादसे के बाद मृतकों के परिजनों को सूचना दी गई और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए। पुलिस ने कहा कि मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राजस्थान में ऐसे सड़क हादसे आम हो गए हैं। इसके एक दिन पहले ही फलोदी जिले के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 11 पर एक और भीषण दुर्घटना हुई थी, जिसमें चार लोगों की मौत और 12 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।