रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोधपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि पहलगाम हमले के आतंकियों को हमारे जवानों ने उनका धर्म नहीं, बल्कि उनके कर्म देखकर मार गिराया। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया और पूर्व निर्धारित लक्ष्यों पर सटीक प्रहार किया।

राजनाथ सिंह ने कहा कि यह अभियान नए भारत की शक्ति और संकल्प का प्रतीक है। इसकी खासियत यह रही कि सेना ने जो भी लक्ष्य तय किए थे, उन पर ही निशाना साधा और अभियान को पूरी तरह सफल बनाया। उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन के दौरान सभी सीमावर्ती इलाकों से सेनाओं को पूरा सहयोग मिला।

‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ में विश्वास करता है भारत

रक्षा एवं खेल अकादमी के उद्घाटन अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षित और सशक्त राष्ट्र के लिए रक्षा, शिक्षा और खेल का समन्वय आवश्यक है। शिक्षा ज्ञान देती है, रक्षा सुरक्षा सुनिश्चित करती है और खेल अनुशासन व दृढ़ता सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि भारत ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना से चलता है और पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है।

‘देश की सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी’

रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत जाति, धर्म और पंथ के आधार पर भेदभाव करने वाला देश नहीं है। आतंकियों ने पहलगाम में धर्म देखकर लोगों की हत्या की थी, लेकिन हमारे जवानों ने उन्हें उनके कर्म के आधार पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा केवल सेना या सरकार की नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है।

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि साहस, अनुशासन, धैर्य और संकल्प जैसे गुण सैनिक और खिलाड़ी दोनों के लिए समान रूप से जरूरी हैं। रक्षा, शिक्षा और खेल के संगम से तैयार होने वाले युवा देश का नाम वैश्विक स्तर पर रोशन करेंगे।