राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में दलित दूल्हों के साथ होने वाले भेदभाव के मामलों के बीच, राजसमंद जिले के टाडावाड़ा गुजरान गांव में एक दलित युवक की बिंदोली को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन को कड़े इंतजाम करने पड़े। शादी के मौके पर तनाव की आशंका को देखते हुए 170 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए और पूरे गांव में ड्रोन से निगरानी की गई।
दूल्हा दिनेश मेघवाल के भाई सुरेश मेघवाल ने वर्ष 2022 की एक पूर्व घटना का हवाला देते हुए राजसमंद एसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने अनुसूचित जाति आयोग को भी पत्र भेजा, जिससे मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस प्रशासन ने बिंदोली के दौरान सुरक्षा मुहैया कराई।
चारभुजा थाना क्षेत्र में हुई इस शादी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सुरक्षाबल तैनात रहा। बिंदोली के दौरान दिनेश को घोड़ी पर बैठाकर गांव में परंपरागत तरीके से जुलूस निकाला गया। इस दौरान भीम सेना सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
राजसमंद एसपी मनीष त्रिपाठी ने बताया कि दूल्हे के परिजनों द्वारा संभावित बाधाओं की सूचना दी गई थी, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आवश्यक सुरक्षा के प्रबंध किए गए। बिंदोली पूरी तरह शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई।
यह घटना स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी रही, क्योंकि समाज में अब भी जातिगत भेदभाव की घटनाएं सामने आती रहती हैं। कई बार ऐसी घटनाएं सामाजिक तनाव का कारण बन जाती हैं, जिनसे निपटने के लिए प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ता है। इस शादी ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया कि क्या आज भी सभी वर्गों को सामाजिक समानता और सम्मान वास्तव में मिल पा रहा है।