जयपुर/बीकानेर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी का शनिवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। दो वर्ष पूर्व ब्रेन स्ट्रोक के कारण वे कोमा में चले गए थे और तब से लगातार गंभीर स्थिति में थे। चिकित्सकों के अनुसार उनके मस्तिष्क की मिडलाइन में गंभीर क्षति हुई थी।
डूडी ने 2013 से 2018 तक राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाई थी। वे बीकानेर से सांसद भी रहे और नोखा विधानसभा से विधायक चुने गए थे। वर्तमान में उनकी पत्नी सुशीला डूडी नोखा से विधायक हैं। किसान राजनीति में उनकी पहचान विशेष रही और वे प्रदेश कांग्रेस के प्रभावशाली चेहरों में गिने जाते थे।
कांग्रेस नेताओं ने जताया शोक
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डूडी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “रामेश्वर डूडी का जाना व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए भी पीड़ा का विषय है। उन्होंने सांसद, विधायक और नेता प्रतिपक्ष के रूप में हमेशा जिम्मेदारी का निर्वहन किया और किसानों के लिए निरंतर संघर्षरत रहे।” गहलोत ने याद किया कि दौरा पड़ने से कुछ दिन पूर्व ही उनकी डूडी से मुलाकात हुई थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी संवेदना जताते हुए कहा कि डूडी का निधन पार्टी और प्रदेश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि किसानों के कर्ज माफी जैसे मुद्दों पर उनका संघर्ष हमेशा याद किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि डूडी का पूरा जीवन किसानों, मजदूरों और वंचित तबकों के अधिकारों की लड़ाई के लिए समर्पित रहा। जिला प्रमुख, विधायक और सांसद के रूप में उनकी सेवा कांग्रेस परिवार और प्रदेश की जनता के लिए अविस्मरणीय रहेगी।