लखीमपुर से नेपाल जा रही थी यूरिया की 50 बोरियां, एसएसबी ने पकड़ा वाहन

लखीमपुर खीरी। नेपाल सीमा से सटे तिकुनिया इलाके में एसएसबी ने शुक्रवार को यूरिया खाद की 50 बोरियों से भरी एक पिकअप को जब्त कर लिया। वाहन चालक यूरिया से जुड़े दस्तावेज दिखाने में असमर्थ रहा और न ही वह इसकी सप्लाई को लेकर कोई संतोषजनक जानकारी दे सका। इसके बाद एसएसबी ने पिकअप को सील कर पुलिस को सौंप दिया। जिला कृषि अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी।

हाल के दिनों में जिले में खाद की किल्लत बनी हुई है, जबकि सीमावर्ती इलाकों से नेपाल को खाद की तस्करी के मामले भी सामने आ रहे हैं। तिकुनिया के डांगा के पास एसएसबी की कार्रवाई में जब्त यूरिया की सूचना कृषि विभाग को दी गई, जिसके बाद जांच के लिए अपर जिला सूचना अधिकारी डॉ. सत्यवीर सिंह भी मौके पर पहुंचे।

जांच में सामने आया कि जब्त खाद संभवतः नेपाल भेजी जा रही थी, हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि यह माल किसका है। पिकअप में चालक के अलावा चार अन्य लोग भी सवार थे, मगर किसी ने भी बयान देने से इनकार कर दिया। फिलहाल खाद और वाहन को तिकुनिया कोतवाली में सुरक्षित रखा गया है और अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

छह महीने से खाद के लिए जूझ रहे किसान
निघासन क्षेत्र के भारत-नेपाल सीमा से लगे बेलापरसुआ सहित अन्य गांवों के किसान यूरिया की कमी से बेहद परेशान हैं। बहुउद्देशीय साधन सहकारी समिति पर खाद की आपूर्ति पिछले छह माह से बंद है। निजी दुकानों से खाद खरीदने में किसानों को सुरक्षा जांच की वजह से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

जनवरी 2025 में बेलापरसुआ समिति के लिए खाद लेकर आ रहा एक ट्रक एसएसबी ने सीज कर दिया था। जांच में समिति के लाइसेंस और जीएसटी दस्तावेजों में अनियमितताएं पाई गईं, जो अब तक दूर नहीं की गई हैं। इससे समिति को खाद वितरण से वंचित रखा गया है।

सहकारिता विभाग के निबंधक रजनीश प्रताप सिंह ने बताया कि कृभको की 1029 मीट्रिक टन यूरिया की खेप जिले में पहुंच चुकी है, लेकिन बेलापरसुआ समिति को इसमें शामिल नहीं किया गया है। दस्तावेजों की खामियां जल्द दूर की जाएंगी।

बिजुआ में यूरिया के लिए उमड़े किसान, केंद्रों पर लगी कतारें
बिजुआ ब्लॉक के पड़रिया तुला कस्बे में शुक्रवार को यूरिया खाद के वितरण केंद्रों पर सुबह से ही किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। बी-पैक्स साधन सहकारी समिति और प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र पर खाद लेने के लिए लंबी कतारें देखने को मिलीं। बीते सप्ताह खाद की अनुपलब्धता से परेशान किसान शुक्रवार तड़के से ही केंद्रों पर पहुंचने लगे।

भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस टीम को हस्तक्षेप करना पड़ा। वहीं, समृद्धि केंद्र पर मशीन में आई तकनीकी खराबी के चलते कई किसान खाद लेने से वंचित रह गए। प्रेम गुप्ता, कुलवंत सिंह, महेश और छोटे लाल सहित दर्जनों किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा।

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