बदायूं। जिले के टिटौली गांव में एक व्यक्ति के कुत्ते के काटने के बाद हालत बिगड़ने का मामला सामने आया है। गुरुवार को संक्रमित कुत्ते के काटने से पीड़ित सलीम का मानसिक संतुलन बिगड़ गया, जिसके बाद उसने अचानक बदायूं-बिजनौर हाईवे पर गुजर रही एक रोडवेज बस पर ईंट फेंक दी। ईंट बस के शीशे से टकराई, जिससे शीशा टूट गया और बस पलटने से बाल-बाल बची। घटना के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए किसी तरह वाहन को रोक लिया और हादसे को टाल दिया। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। स्थिति बिगड़ती देख लोगों ने सलीम को पकड़कर पास के एक पेड़ से बांध दिया और तुरंत पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी।
थाना पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। पूछताछ में पता चला कि सलीम को चार दिन पहले एक पागल कुत्ते ने काट लिया था। सलीम की पत्नी ने बताया कि कुत्ते के काटने के बाद वे उपचार के लिए बिल्सी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गई थीं, लेकिन वहां एंटी-रेबीज वैक्सीन उपलब्ध नहीं था। इसके बाद से सलीम की हालत लगातार खराब होती जा रही थी।
ग्रामीणों की मदद से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सलीम को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां उसका इलाज शुरू कर दिया गया है।
इस मामले पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्रा ने कहा कि “यदि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रैबीज का टीका नहीं मिलता, तो मरीज को तत्काल जिला अस्पताल लाना चाहिए। प्रारंभिक जांच में परिवार की लापरवाही सामने आई है। मामले की विस्तृत जांच के लिए स्वास्थ्य टीम भेजी जा रही है।”
घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने सभी ग्रामीणों से सावधानी बरतने और ऐसे मामलों में तुरंत उपचार कराने की अपील की है।