बरेली। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो जीवित लोगों के नाम पर फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाकर विधवा पेंशन की राशि हड़प रहा था। मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी दक्षिणी अंशिका वर्मा ने बुधवार को बताया कि इस गिरोह ने करोड़ों रुपये का घोटाला किया है। गिरोह का मुख्य सरगना एक जनसेवा केंद्र संचालक है।

आकांक्षा एन्क्लेव निवासी नारी शक्ति नारी सम्मान सेवा समिति की अध्यक्ष यासमीन जहां की शिकायत के आधार पर आंवला थाना पुलिस ने धर्मेंद्र लाल, हरीश कुमार समेत नौ नामजद और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जांच में पता चला कि फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव अगरास निवासी धर्मेंद्र लाल ने समृद्धि सक्षम जीवन निधि लिमिटेड कंपनी खोल रखी थी। उसके साथ प्रमोद और अन्य लोग जुड़े थे। गिरोह जीवित लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर विधवा पेंशन की रकम अपने और परिचितों के खातों में ट्रांसफर कर रहा था।

एसपी दक्षिणी ने बताया कि अब तक आरोपियों ने सात खातों के माध्यम से 1.23 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। आरोपियों ने यह जालसाजी 2021 से की जा रही थी। मंगलवार रात आंवला थाना पुलिस ने बिजलीघर के पास से हरीश कुमार, शांतिस्वरूप, मुनीष और प्रमोद को गिरफ्तार किया।

जांच में सामने आया कि प्रमोद कंपनी का ज्वाइंट डायरेक्टर था, जबकि धर्मेंद्र उसका डायरेक्टर। धर्मेंद्र का आंवला के गांव बिलौरी में जनसेवा केंद्र भी है। गिरोह के सदस्य सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों को भ्रमित करके उनके आधार, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज प्राप्त करते थे। हरीश कुमार इसी केंद्र पर फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से छह फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बरामद किए हैं। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।