अलीगढ़ के भुजपुरा इलाके के रहने वाले 48 वर्षीय योगेंद्र गोस्वामी ने बुधवार दोपहर लखनऊ के गौतमपल्ली स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह आग बुझाई और उन्हें गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

जानकारी के अनुसार, योगेंद्र का मोहल्ले में रहने वाले तीन सगे भाइयों से करीब छह लाख रुपये का लेन-देन का विवाद चल रहा था। कार्रवाई न होने से आहत होकर उन्होंने यह कदम उठाया। एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि योगेंद्र अपने भाई गुड्डू और परिचित महिला सबा के साथ दोपहर साढ़े तीन बजे सपा दफ्तर पहुंचे थे। गुड्डू और सबा भीतर चले गए, जबकि योगेंद्र बाहर ही खड़े रहे। कुछ देर बाद उन्होंने अचानक अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग के हवाले कर लिया।

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घटना से वहां अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने पानी डालकर और कंबल ओढ़ाकर आग बुझाई। गौतमपल्ली थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और उन्हें ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। घायल योगेंद्र ने पुलिस को बताया कि उनके मोहल्ले के ही दानिश, वसीम और नाजिम नाम के तीन भाई तथा मास्टर नामक व्यक्ति, जो सट्टेबाजी करते हैं, ने उनसे छह लाख रुपये उधार लिए थे। अब रुपये मांगने पर वे गाली-गलौज कर रहे थे।

घटना पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा सरकार की बेरुखी से हताश होकर एक युवक ने आत्मदाह का प्रयास किया, जो बेहद दर्दनाक है। उन्होंने सरकार से घायल युवक को बेहतर इलाज और न्याय दिलाने की मांग की। अखिलेश ने लिखा कि अन्याय, नाउम्मीदगी और निराशा भाजपा सरकार की पहचान बन गई है।