लखनऊ: सोशल मीडिया ट्रेडिंग के नाम पर सात लाख लोगों से करीब 3,700 करोड़ रुपये की ठगी के आरोपी अनुभव मित्तल ने जेल में रहते हुए एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। उसने जेल में बंद एक अन्य आरोपी को फंसाने के लिए पुलिस लाइन में तैनात सिपाही के मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज को ईमेल भेजा। ईमेल में दावा किया गया कि लखनऊ बेंच के एक जज की हत्या होने वाली है।
इस मामले की जानकारी मिलने के बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने साइबर सेल और क्राइम ब्रांच से जांच कराई। जांच में सामने आया कि ईमेल सिपाही अजय कुमार के मोबाइल से भेजी गई। पूछताछ में अजय ने बताया कि 4 नवंबर को वह अनुभव मित्तल को पेशी पर ले गए थे, जहां अनुभव ने फोन मांगकर नई ईमेल आईडी बनाई और टाइमर सेट किया। इसके कारण ईमेल 5 नवंबर की सुबह 8:50 बजे न्यायाधीश के पास ऑटोमैटिक भेजी गई।
जांच में यह भी पता चला कि अनुभव मित्तल ने यह साजिश कैंपबेल रोड, ठाकुरगंज निवासी आनंदेश्वर अग्रहरि को फंसाने के लिए रची थी। आनंदेश्वर, जो दिसंबर 2023 से पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद है, अनुभव के अनुसार मोबाइल फोन का गलत इस्तेमाल करता है और जमानत अर्जी के लिए लखनऊ बेंच के जज से नाराज था। अनुभव ने महेंद्र कुमार के फर्जी नाम से ईमेल भेजकर दावा किया कि आनंदेश्वर को जांच के लिए देखा जाए।
इस मामले में जेल चौकी इंचार्ज ने गोसाईंगंज थाने में अनुभव मित्तल और सिपाही अजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। जेल प्रशासन ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।
अनुभव मित्तल पर 3,700 करोड़ रुपये के घोटाले समेत कुल 324 मामले दर्ज हैं। उनकी पत्नी आयुषी और पिता सुनील मित्तल भी जेल में बंद हैं। अनुभव मित्तल को एसटीएफ ने फरवरी 2017 में गिरफ्तार किया था।