मुजफ्फरनगर के नुमाइश मैदान में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के 8 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित मेले का आज अंतिम दिन है। इस अवसर पर नुमाइश पंडाल में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें बतौर मुख्य अतिथि स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल शामिल हुए। कार्यक्रम में बीजेपी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कपिलदेव अग्रवाल ने पूर्ववर्ती सरकारों पर जमकर हमला बोला। समापन के दिन मेले में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने योगी सरकार की 8 साल की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। बिजली आपूर्ति पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “पहले किसान रात को उठकर अपनी फसलों में पानी देने जाता था। लेकिन एक-दो घंटे बाद ही बिजली चली जाती थी। मजबूरी में किसान खाली हाथ लौट आता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। बीजेपी सरकार में बिजली आपूर्ति में अभूतपूर्व सुधार हुआ है।“
उन्होंने आगे महिला उत्थान, महिला सुरक्षा, यातायात, पुलिस व्यवस्था जैसे मुद्दों पर भी पूर्व की सरकारों को आड़े हाथों लिया। कपिलदेव ने कहा, “पहले हालात ठीक नहीं थे, लेकिन आज सर्व समाज का विकास हो रहा है। लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।“ उनके भाषण में योगी सरकार के कार्यकाल को जन-कल्याणकारी और प्रगतिशील बताते हुए पिछली सरकारों की कमियों को उजागर किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां
नुमाइश पंडाल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों ने विभिन्न प्रस्तुतियां दीं। जिन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया। रंगारंग नृत्य, संगीत और अन्य प्रदर्शनों को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। इन प्रस्तुतियों ने मेले के समापन को यादगार बना दिया। बच्चों की प्रतिभा को देखकर वहां मौजूद लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की। कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार नुमाइश मैदान में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। उनके आगमन से मेले में मौजूद लोगों का उत्साह और बढ़ गया। प्रदर्शनी में सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों को दर्शाया गया। जिसे देखकर आगंतुकों ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।
यूपी सरकार के 8 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित यह मेला न केवल मनोरंजन का माध्यम बना। बल्कि सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का भी जरिया रहा। मेले के अंतिम दिन की गहमागहमी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने लोगों में उत्साह भर दिया। कपिलदेव अग्रवाल और अनिल कुमार जैसे नेताओं की मौजूदगी ने इस आयोजन को और महत्वपूर्ण बना दिया।