चंद्र ग्रहण के कारण रविवार दोपहर 12:30 बजे से बंद रहे राम मंदिर, हनुमानगढ़ी और अयोध्या के अन्य मठ-मंदिर सोमवार सुबह मंगला आरती के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए, करीब 18 घंटे के बाद।
ग्रहण समाप्त होते ही रात दो बजे से ही सरयू घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। लोग सरयू में स्नान कर मठ-मंदिरों में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे। इस दौरान मोक्ष के अवसर पर स्नान और दान का विशेष महत्व माना गया।
रामनगरी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा और व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए। आसपास के जिलों के श्रद्धालुओं के साथ अयोध्या के स्थानीय लोग भी सरयू में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे।
ग्रहण समाप्त होने पर मंदिरों में विराजमान भगवान को सरयू जल से स्नान कराकर शुद्ध किया गया। इसके बाद मंगला और श्रृंगार आरती संपन्न हुई।